लद्दाख में चीन की घुसपैठ पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि कई बार चीनी सैनिक हमारी सीमा में घुस आते हैं और कई बार हम उन्हें पीछे धकेल देते हैं.
गृहमंत्री से जब चीन की सेना की घुसपैठ के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने यह जवाब दिया. राजनाथ सिंह ने उम्मीद जताई कि बातचीत से ऐसे मसले का समाधान निकलेगा.
दरअसल, ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान ब्राजील के फोर्टालीजा में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति से मिल रहे थे, उसी दौरान लद्दाख में चीन की सेना घुसपैठ की कोशिश कर रही थी.
सूत्रों के मुताबिक 13 जुलाई को कश्मीर के लद्दाख में चीन की ओर से घुसपैठ की पहली कोशिश की गई, जिसे भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया. ये घुसपैठ चीन की सेना के एक धड़े चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन की ओर से की गई. लेकिन मामला यहीं पर नहीं रुका. पीएलए ने एक बार फिर पिछले मंगलवार यानी 15 जुलाई को घुसपैठ करने की कोशिश की. इस बार पीएलए के जवान अपनी गाड़ियां लेकर देमचोक सेक्टर के चार्डिंग नीलू नाला जंक्शन पर पहुंच गए. लेकिन उनकी इस कोशिश को भी हमारी सेना ने नाकाम कर दिया.
चीन का दोहरा चरित्र कई सवाल खड़े करता हैं. यह ज्यादा खतरनाक इसलिए भी है, क्योंकि हम एक बार ड्रैगन पर भरोसा करके 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' का नारा लगा कर भयानक धोखा खा चुके हैं.