पठानकोट, उरी, नगरोटा में हुए आतंकी हमले के पीछे के मास्टरमाइंड रहे आतंकी संगठन जैश और उसका मुखिया मसूद अज़हर पर संयुक्त राष्ट्र का बैन लगाने को लेकर भारत कई प्रयास पर चुका है. लेकिन हर बार चीन पाकिस्तान के इशारे पर अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर भारत की मुहीम पर हर बार रोक लगा देता है. मंगलवार को देश के गृहमंत्री ने बताया कि मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र से बैन कराने और उसको अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने को लेकर चीन को समझाने की कोशिश जारी है.
गौरतलब है कि चीन ने हाल ही में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर पर भारत द्वारा शिकंजा कसने की कोशिशों को नाकाम कर दिया, इस पर भारत ने हाल ही चिंता जताई है थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि यूएन में मसूद अज़हर को आतंकवादी घोषित किए जाने के प्रस्ताव को चीन द्वारा रोका जाना काफी आश्चर्यजनक वाली बात है. जबकि, चीन खुद भी आतंकवाद से प्रभावित है. उन्होंने कहा कि चीन के द्वारा उठाया गया यह कदम उसके दोहरे मापदंड को दर्शाता है.
यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की प्रतिबंध लगाने वाली कमेटी के सामने अजहर को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव 9 महीने पहले रखा गया था, इस पर चीन ने तकनीकी रोक लगा रखी थी, जिसकी अवधि भी ख़त्म हो गई थी पर पिछले ही शुक्रवार को रिपोर्ट आई कि चीन ने रोक बढ़ा दी है. 15 देशों की सिक्यॉरिटी काउंसिल में सिर्फ चीन ही यह रोक लगा रहा है. उसका कहना है कि और समय मिलने पर कमेटी में इस मुद्दे पर ज्यादा विचार विमर्श हो सकेगा और संबंधित पक्ष (भारत और पाक) बातचीत कर सकेंगे. यूएन द्वारा बैन लगाए जाने पर अजहर की संपत्तियां जब्त हो जाएगी और उसके यात्रा करने पर पाबंदी हो जायेगी भारत ने कहा है कि इस प्रस्ताव को चीन के अलावा प्रतिबंध लगाने वाली कमेटी के सभी सदस्यों का जबरदस्त समर्थन मिल चुका है.