केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को राज्यसभा में जैसे गुरदासपुर आतंकी हमले पर सरकार की तरफ से बयान देना शुरू किया, सदन में हंगामा हो गया. राजनाथ बयान देते रहे, लेकिन सदन में लगातार हाय-हाय के नारे लगते रहे और गृह मंत्री का भाषण सुनाई ही नहीं दिया.
जोरदार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले गृह मंत्री ने सफल ऑपरेशन के लिए जवानों को बधाई देते हुए कहा, 'आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हुई. मैंने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से बात की. हम आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देंगे. भारतीय सेना सीमा पर सतर्क है.' उन्होंने सदन को बताया कि गुरदासपुर में हमला करने वाले आतंकी पाकिस्तान से रावी नदी के रास्ते भारत में घुसे थे.
गौरतलब है कि पहले से तय कार्यक्रम के तहत राजनाथ सिंह राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी बयान देने वाले थे, लेकिन लोकसभा की कार्यवाही को गुरुवार दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया है.
विपक्ष ने की थी बयान की मांग
पंजाब में आतंकी हमले के मुद्दे पर इससे पहले सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ था. पंजाब के सांसदों ने गुरदासपुर आतंकी हमले को आंतरिक सुरक्षा और सौहार्द के लिए बड़ा खतरा बताते हुए इस ओर सरकार की तैयारी और नाकामी को लेकर बयान की मांग की थी. तब संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा था कि गृह मंत्री आतंकियों के खिलाफ अभियान खत्म होने के बाद सदन में बयान देंगे.
हालांकि, शाम तक चले अभियान और फिर पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन के बाद लोकसभा को अगले दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था. राज्यसभा का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा.