इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने दिवाली पर आतंकी हमले की आशंका जताई है. मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही मुंबई और दिल्ली समेत देश के 10 शहरों को अलर्ट कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा है, 'खतरे से इनकार नहीं कर सकते'.
गृह मंत्रालय ने दिल्ली, मुंबई, पुणे, नागपुर, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई और वड़ोदरा को खास तौर पर अलर्ट जारी किया है. केंद्र ने अपनी एडवाइजरी में इस बात का भी जिक्र किया है कि राज्य सभी धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों की सुरक्षा को चाक-चौबंद करें ताकि कोई अनहोनी नहीं हो. एडवाइजरी में देश में हाल ही में गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा पर हुए दंगों का जिक्र भी किया गया है.
दिवाली के तीन दिन पहले आई गृह मंत्रालय की चेतावनी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. इसके अलावा स्थानीय खुफिया तंत्र को भी हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है, ताकि कहीं भी कोई सुगबुगाहट मिले, तो उस पर फौरन कार्रवाई हो सके.
सांप्रदायिक फिजा बिगड़ने की आशंकागृह मंत्रालय ने राज्यों को भेजे अपने निर्देश में साफ किया है कि दिवाली, काली पूजा और उसके बाद मुहर्रम के मौके पर शोभा यात्रा और जुलूस पर खास निगरानी रखने की जरूरत है. लोगों को हिदायत दी जा रही है, कि त्योहार के माहौल में सर्व धर्म समभाव की भावना रखें. अनावश्यक टीका टिप्पणी और किसी खास समुदाय को लेकर बयान बाजी से बचे. क्योंकि इसका फायदा असामाजिक तत्व उठा सकते हैं.
गृह मंत्रालय की एडवाजरी में गुजरात के दो शहर अहमदाबाद और वडोदरा का का खास जिक्र है. यहां पिछले दिनों सांप्रदायिक हिंसे हुए थे. लिहाजा ये शहर संवेदनशील बने हुए हैं.
महाराष्ट्र में अभी-अभी चुनाव के नतीजे आए हैं. महाराष्ट्र के तीन शहर मुंबई, पुणे और नागपुर खुफिया एजेंसियों के मुताबिक सांप्रदायिक खुराफात का केन्द्र बन सकते हैं. अलर्ट के बाद इन शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. धार्मिक स्थलों पर खासतौर से कड़ी नज़र रखी जा रही है.
हालांकि खुफिया रिपोर्ट में वाराणसी को लेकर कोई खास जिक्र नहीं है, लेकिन जिस तरह यूपी को लेकर संवेदशीलता जाहिर की गई है, स्थानीय प्रशासन इसे खासी गंभीरता से ले रहा है. गृह मंत्रालय की एडवाइजरी में असल खतरा यूपी के पश्चिमी हिस्से को लेकर है, जो पिछले कुछ महीनों में सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील रहा है.
घाटी में कई बार ISIS का काला झंडा देखा जा चुका है. अलकायदा भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने की फिराक में है. पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन के बीच घुसपैठ की आशंका भी जताई जा चुकी है. ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार यह कतई नहीं चाहेगी की उसकी पहली दिवाली के जश्न में कोई खलल पड़े. लिहाजा इस त्योहारी मौसम में माहौल बिगड़ने का खतरा और न बढ़ जाए इसलिए प्रशासन ने गृह मंत्रालय की रिपोर्ट मिलते ही तैयारी शुरु कर दी है.