scorecardresearch
 

समलैंगिकता एक मानसिक बीमारी है: रामदेव

बाबा रामदेव का कहना है कि समलैंगिकता एक मानसिक और अनुवांशिक बीमारी है. उन्‍होंने कहा कि समलैंगिकता को बढ़ावा देने से परेशानियां बढ़ती ही जाएंगी और एक गलत परंपरा की शुरुआत होगी. उन्‍होंने विवाह परंपरा को अन्‍यतम करार दिया.

Advertisement
X
बाबा रामदेव
बाबा रामदेव

आज तक के खास कार्यक्रम सीधी बात में इंडिया टुडे के संपादक व इंडिया टुडे ग्रुप के संपादकीय निदेशक प्रभु चावला ने योग गुरु बाबा रामदेव के साथ बात की. बाबा रामदेव ने समलैंगिकता और देशभक्ति जैसे मुद्दों के साथ ही विभिन्‍न मुद्दों पर बात की. गौरतलब है कि पिछले दिनों समलैंगिकता को लेकर दिल्‍ली हाईकोर्ट द्वारा दिए गए एक फैसले के बाद देश में इस मुद्दे को लेकर बहस जारी है.

समलैंगिकता पशुता से भी बुरी
बाबा रामदेव का कहना है क‍ि समलैंगिकता एक मानसिक और अनुवांशिक बीमारी है. जब उनसे पूछा गया कि ये तो व्‍यक्ति की अपनी पसंद है कि वह किससे प्रेम करता है, फिर उन्‍हें इस बात से क्‍या तकलीफ है. तो उन्‍होने कहा कि प्रेम से तकलीफ नहीं, लेकिन प्रेम और सेक्‍स में अंतर है. बाबा रामदेव ने समलैंगिकता को एक बेहूदापन करार देते हुए कहा कि यह पशुता से भी बुरी है. इसके लिए पुनर्वास केंद्र होने चाहिए ना कि इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए.

जैक्‍सन की कई आदतें गलत
बातों बातों में बाबा ने माइकल जैक्‍सन को भी बेहूदा कह डाला. उन्‍होंने कहा क‍ि माइकल एक क्षेत्र में सफल थे लेकिन उनकी कई आदतें गलत थीं. उन्‍होंने कहा कि समलैंगिकता को बढ़ावा देने से परेशानियां बढ़ती ही जाएंगी और एक गलत परंपरा की शुरुआत होगी. उन्‍होंने समलैंगिता को विवाह संस्‍कृति के खिलाफ बताया और कहा कि यह एक संगठित सेक्‍स अपराध है.

समाज के कल्‍याण का मकसद
उन्‍होंन पूर्वजों की बात यादा दिलाते हुए कहा कि सबसे बड़ी हानि चरित्र की हानि होती है, अगर चरित्र गया तो सबकुछ गया और समलैंगिकता चरित्रहीनता की पराकाष्‍ठा है. जब उनसे पूछा गया कि आप किसी के निजी जीवन में दखल क्‍यों दे रहे हैं तो उनका कहना था कि वो किसी के निजी जीवन में दखल नहीं दे रहे बल्कि समाज के कल्‍याण के लिए ऐसा कर रहे हैं.

हमारी विवाह व्‍यवस्‍था अन्‍यतम
बाबा रामदेव ने भारत की विवाह व्‍यवस्‍था को दुनिया में सबसे अच्‍छा करार दिया और कहा कि समलैंगिकता को बढ़ावा देने से यह व्‍यवस्‍था चरमार जाएगी. उन्‍होंने कहा कि देश में कई और समस्‍याएं हैं जिनकी ओर ध्‍यान देने की ज्‍यादा जरूरत है. बाबा के अनुसार देश में महिलाओं की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है न कि समलैंगिकता. हमारे देश में बढ़ती बलात्‍कार की घटनाओं को देखते हुए बाबा का कहना है कि बलात्‍कारियों, मिलावट करनेवाले और दुराचारियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए.

समलैंगिकों के पुनर्वास की चाह
उन्‍होंने कहा कि समलैंगिक लोग उनके पास इलाज के लिए आएंगे तो वो उनके लिए पुनर्वास केंद्र बनाएंगे और वैसे लोगों कसे सदाचार के लिए प्रेरित करेंगे. बाबा का कहना है क‍ि समलैंगिकता खून में होती है इसलिए रक्‍तदान से समलैंगिक लोगों को दूर रखना चाहिए नहीं तो लोगों के जींस बदल जाएंगे. उन्‍होंने कहा कि उनके लिए देशभक्ति से बड़ा कुछ भी नहीं है. बाबा का सपना है कि वो भारत के स्‍वर्णिम अतीत को फिर से स्‍थापित कर सकें ताकि भारत दुनिया में सबसे बड़ी शक्ति बने.

Advertisement
Advertisement