योग गुरू बाबा रामदेव ने सरकार से भ्रष्टाचार रोकने और कालाधन वापस लाने के लिये कदम उठाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया वह इसको लेकर जनता के बीच जायेंगे और इस सरकार को हटा देंगे.
पंतजलि योग समिति और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में बाबा रामदेव ने रामलीला मैदान में आयोजित विशाल रैली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री से मैंने समय मांगा था लेकिन उन्होंने दिया नहीं. प्रधानमंत्री ने अगर समय नहीं दिया तो उनका भी समय पूरा हो जायेगा.’
रामदेव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री बेइमानों से घिरे ईमानदार व्यक्ति हैं. वह आज तक की सबसे भ्रष्ट सरकार के सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री हैं. सरकार ने यदि संवैधानिक दायित्व नहीं निभाया तो हम उन्हें सिखायेंगे.’ उन्होंने कहा कि कालेधन और भ्रष्टाचार के पांच मूल स्रोत हैं. पहला बड़े नोट और अधिक नोट, दूसरा अवैध-खनन, तीसरा विकास योजनाओं के धन की चोरी, चौथा रिश्वतखोरी और पांचवां कर चोरी.
बाबा रामदेव ने कालाधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये पांच मुख्य उपाय बताये. पहला कठोर कानून बनाना तथा बड़े नोटों को प्रचलन से वापस लिया जाना, दूसरा वर्ष 2006 से लंबित ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की संधि का अनुमोदन करना, मॉरिशस के रास्ते काले धन को जायज बनाना बंद करना, कालाधन जमा करने वाले विदेशी बैंकों पर प्रतिबंध लगाना और पांचवां विदेशी खाता नीति की तुरंत घोषणा करना.{mospagebreak}
बाबा रामदेव ने कहा कि देश का करीब 400 लाख करोड़ रुपये कालाधन के रूप में है जिसमें से तीन सौ करोड रुपये देश के बाहर स्विटजरलैंड जैसे करों में छूट देने वाले 70 देशों में जमा हैं. इसके अलावा देश में भी 100 करोड़ रुपये अवैध ढंग से जमा किये गये हैं.
योग गुरू ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर सिर्फ एक योजना शुरू की गई जबकि एक परिवार के नाम पर देश की आधे से अधिक योजनायें चल रही हैं. उन्होंने प्रश्न किया, ‘क्या सरदार बल्लभ भाई पटेल ने शहादत नहीं दी?’ उन्होंने मांग की कि जो लोग देश के लिये गाते हैं उन्हें भारत रत्न दो लेकिन उन्हें भी दो जिन्होंने देश के लिये अपनी शहादत दी थी.
रामदेव ने कहा, ‘भारत माता के एक सेवक को ब्लडी इंडियन और कुत्ता कहा जाता है. ऐसा कहने वाले को संसद में बैठाया जाता है और उपर से बाबा से हिसाब मांगा जाता है.’ बाबा ने हाल ही में अपने उपर टिप्पणी करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा और कहा, ‘एक नेता ने मुझसे कहा कि सरकार की खिलाफत करना ठीक नहीं है. मैं बताना चाहता हूं कि हम सिंहासन पर बैठना, हटाना और बैठाना तीनों ही जानते हैं.’{mospagebreak}
रेमन मैगसायसाय पुरस्कार विजेता अरविंद केजरीवाल ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे कानून बहुत पुराने हैं और इसे बदलने की जरूरत है. यहां ब्रिटिश कानून के आधार पर सरकार का विरोध करने वाले विनायक सेन को आजीवन कारावास होती है लेकिन दो लाख करोड़ रुपये की हेराफेरी करने वाले राजा के अपराध को राजद्रोह नहीं माना जाता.
उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार का खात्मा करने के लिये हम लोग सरकार से जन लोकपाल विधेयक को पास करने के लिये कह रहे हैं.’ पूर्व आयकर आयुक्त विश्वबंधु गुप्ता ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि स्विटजरलैंड के बैंक ने जिन 17 लोगों का नाम बताया है उसमें तीन नेताओं के भी हैं. इसमें से दो कांग्रेस के हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि सरकार यह बताये कि उसने क्यों कालाधन रखने वाले दुनिया के सबसे बड़े बैंक यूबीएस को अपनी शाखायें भारत में खोलने की अनुमति दे दी.
जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘हमारे देश में जो दाम बढ़ रहे हैं उसका कारण जमाखोर हैं जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.’ गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने जो आंदोलन छेड़ा था उसके बाद पहली बार इतनी बड़ी रैली आयोजित की गई है. उन्होंने कहा कि लोकपाल विधेयक पारित किये जाने पर ही भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी.
राम जेठमलानी ने बताया कि देश का इतना कालाधन है कि उसे बांटने पर भारत के प्रत्येक परिवार को ढाई लाख रपये मिलेंगे. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर भी कुछ आरोप लगाये.
कार्यक्रम की समाप्ति पर रामलीला मैदान से एक रैली जंतर मंतर तक निकाली गई. इसके बाद बाबा रामदेव ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा.