गुजरात के ऊना में पिछले दिनों गौ रक्षा के नाम पर दलितों की पिटाई का मामला अब सियासी अखाड़े में है, वहीं इन सब के बीच राज्य के मुख्य सचिव ने गौ रक्षक समिति से जुड़े लोगों के तरीके को गुंडागर्दी बताया है. मुख्य सचिव जीआर अलोरिया ने कहा कि यह खुद को गौ रक्षक बताने वाले लोगों की गुंडागर्दी है.
राजकोट में गुरुवार को अलोरिया ने कहा, 'यह निश्चय ही गुंडागर्दी है. उन लोगों ने मजे के लिए पिटाई का वीडियो भी बनाया और अपनी बहादुरी दिखाने के लिए इसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया.' उन्होंने कहा कि पिटाई करने वाले लोगों की कार पर शिवसेना का स्टीकर लगा हुआ था और आरोपी शख्स के पास गौ रक्षा समिति का आई-कार्ड भी था.
सरपंच पर भी लगे आरोप
अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में अलोरिया ने आगे बताया कि पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. पीड़ित परिवार ने इलाके के सरपंच पर भी कुछ आरोप लगाए हैं. शिकायत है कि सरपंच ने उन्हें गांव में बने कूएं से पानी नहीं भरने दिया. अलोरिया ने कहा कि सरपंच का कहना है कि अगर उसने पानी भरने दिया तो गौ रक्षक उसे भी मारेंगे.
दलित परिवार पर आरोपों की भी जांच
अलोरिया ने बताया कि पीटने वालों पर मुकदमा चलेगा, किन पुलिस एफआईआर नंबर एफ127/2016 की भी जांच कर रही है, जिसमें दलित परिवार के खिलाफ मरे हुए जानवरों की चमड़ी निकालने का आरोप है.
गौरतलब है कि ऊना में हिंसा का यह मामला 11 जुलाई को सामने आया. कुछ दलित युवकों को मृत गाय की चमड़ी निकालने के आरोप में गौ रक्षक समिति का सदस्य बताने वाले लोगों ने सड़क पर बुरी तरह पीटा. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की कार्रवाई में अब तक 16 लोगों को पकड़ा जा चुका है. मामले को लेकर सियासी पारा गर्म है और संसद में भी दलितों पर अत्याचार का मामला उठाया जा रहा है.