प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार से चीन के दौरे पर हैं. चीन की राजधानी बीजिंग प्रदूषण को तेजी से खत्म करने के मामले में मिसाल बन गया है. मोदी के दौरे से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों देशों के बीच पर्यावरण का रिश्ता मजबूत होकर दिल्ली के प्रदूषण को दूर किया जा सकेगा.
एक ऐसा भी वक्त था, जब बीजिंग को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर माना जाता था, लेकिन विकास के साथ तेजी से दौड़ते चीन ने सबसे पहले अपनी राजधानी के प्रदूषण को कम किया. पिछले साल तक बीजिंग को प्रदूषण की राजधानी कहा जाता था. 12 जनवरी 2013 के सर्वे के मुताबिक बीजिंग की हवा सांस लेने लायक नहीं थी. चीन ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए. आगे जानिए बीजिंग में प्रदूषण को कम करने को लेकर चीन के उठाए गए कदमों के बारे में.
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बीजिंग में हुए इस क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत ऊर्जा के बदले हुए स्रोत से हुई.
2. बीजिंग में कोयले की बिल्कुल मनाही कर दी गई है.
3. सौर ऊर्जा क्रांति ने बदली तस्वीर.
4. लोगों की जागरुकता ने सरकार को सक्रिय होने पर मजबूर कर दिया.
5. नए कानून ने प्रदूषण को लेकर जुर्माना सख्त कर दिया है.
6. कंपनियों को अब कचरे के बार में जानकारी सार्वजनिक करनी पड़ती है.
7. प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करने वालों के नाम भी सार्वजनिक किए जाते हैं.
चीन में नियमों को सख्त करने से नतीजे तुरंत दिखने शुरू हो गए. हवा पहले से साफ हो रही है और लोग पहले से ज्यादा जागरुक हो रहे हैं. लोग दिन में तीन से चार बार पर्यावरण का अपडेट लेते हैं और अगर प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो तो घर में रहते हैं या फिर मास्क का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में मोदी के दौरे से प्रदूषण को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है.