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‘एक हाथ से कैसे खुद को टांग लिया राम सिंह ने’

दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. एम्स में राम सिंह का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है. पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक राम सिंह की मौत फंदे में लटकने से हुई है. लेकिन राम सिंह के शरीर पर चोट के निशान मिलने से उसकी खुदकुशी पर शक और गहरा हो गया है.

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दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. एम्स में राम सिंह का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है. पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक राम सिंह की मौत फंदे में लटकने से हुई है. लेकिन राम सिंह के शरीर पर चोट के निशान मिलने से उसकी खुदकुशी पर शक और गहरा हो गया है. राम सिंह के घरवाले पहले से ही ये आरोप लगा रहे हैं कि तिहाड़ जेल में उनके बेटे की हत्या की गई है.

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तिहाड़ जेल प्रशासन यही दावा कर रहा है कि दिल्ली गैंगरेप के अहम आरोपी राम सिंह ने जेल के अपने कमरे में खुदकुशी करके जान दे दी लेकिन उसका परिवार अपने बेटे की मौते की इस वजह को सिरे से खारिज कर रहा है. परिवार और अदालत में राम सिंह का केस लड़ने वाले वकीलों की दलील है कि राम सिंह की खुदकुशी नहीं बल्कि उसका मर्डर हुआ है. राम सिंह की मौत के पीछे जेल प्रशासन और दूसरे कैदियों की मिलीभगत और साजिश हो सकती है. राम सिंह के वकील ए पी सिंह कहते हैं कि उसके साथ जेल प्रशासन और कैदियों के द्वारा गलत व्यवहार हो रहा था.

16 दिसंबर की दरिंदगी के बाद राम सिंह के परिवार को उसकी वजह से शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है लेकिन इसके बावजूद राम सिंह के पिता अपने बेटे की मौत की वजह को बेपर्दा करने के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. साथ ही एक सनसनीखेज खुलासा भी. पिता मांगे लाल कहते हैं कि उसके साथ बलात्कार होता था. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.

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राम सिंह के परिवार और वकीलों की शंका के पीछे खुदकुशी की दलील पर कई सवाल भी खड़े होते हैं. राम सिंह का एक हाथ बेकार था. वो सिर्फ एक हाथ से वो खुदकुशी कैसे सकता है. राम सिंह के कमरे में 3 और लोग मौजूद थे. उनमे से किसी की भी नजर रामसिंह पर क्यों नहीं पड़ी. राम सिंह की लंबाई करीब साढ़े 5 फीट की थी तो उसने जमीन से 8 फीट ऊंची ग्रिल से फंदा कैसे पहुंचाया. कमरे के आसपास सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं लगाया गया. कमरे के बाहर किसी गार्ड ने राम सिंह को फांसी का फंदा लगाते कैसे नहीं देखा. इन्हीं सारे सवालों के चलते शायद बाबा रामदेव भी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.

राम सिंह की मौत के पीछे की सच्चाई जो भी हो लेकिन इस घटना ने ये जरुर साबित कर दिया है कि देश के सबसे बड़े और सुरक्षित तिहाड़ जेल के भीतर कैदियों की जिंदगी की सुरक्षा को कोई गारंटी नहीं है.

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