चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है. जैसे-जैसे यह चक्रवाती तूफान तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे और भी खतरनाक होता जा रहा है. हुदहुद के कारण बड़े इलाके में तबाही का खतरा बना हुआ है. विशाखापट्टनम और गोपालपुर में शनिवार रातभर जोरदार बारिश होती रही.
हुदहुद तूफान के कारण चल रही हवाओं की वजह से विशाखापट्टनम, गोपालपुर और विजाग में बिजली गुल हो गई है, यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है, जिसके कारण कई जगह पेड़ भी उखड़ गए हैं. हुदहुद के विशाखापट्टनम तट से टकराने के वक्त 195 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी आ सकती है. इस वजह से 6 मीटर तक उठ लहरें सकती हैं.
समुद्र किनारे लोग अपने कच्चे घरों से बाहर निकल आए हैं और चक्रवाती तूफान हुदहुद का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. तूफान के मद्देनजर 60 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने आपदा से निपटने के तमाम उपायों पर गौर करने के लिए मीटिंग बुलाई है.
हुदहुद रविवार सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच आंध्र प्रदेश और ओडिशा के इलाकों से टकराएगा. आबादी के बड़े भाग को तटीय इलाकों से हटा लिया गया है. सारी तैयारियों के बीच सरकार चौकस है. NDRF, एयरफोर्स, नेवी, राज्य सरकार दम साधे तूफान के आने का इंतजार कर रही है.
तूफान से पहले मौसम बदल रहा है. हवाएं तेज हैं. शांत रहने वाली लहरों में हलचल साफ देखी जा सकती है. हुदहुद अभी जमीनी इलाके से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन भारी बारिश के आसार अभी से बन गए हैं. बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों की तरफ आगे बढ़ने के साथ-साथ और मजबूत हो रहा है. तूफान की आगे बढ़ने की रफ्तार 10 किलोमीटर प्रति घंटा है.
4 लाख लोगों को सुरक्षित पहुंचाने की कवायद
आंध्र प्रदेश में रविवार को चक्रवाती तूफान हुदहुद के टकराने के मद्देनजर राज्य सरकार के अधिकारियों ने तटीय इलाकों से लगभग चार लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया है. आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय इलाकों में बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान हुदहुद के प्रभाव से शनिवार शाम को भारी बारिश और तेज हवाओं ने भयंकर तूफान के आने का अहसास करा दिया.
अधिकारियों ने इचापुरम-काकीनाडा राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया है. ऊंची लहरें उठने के कारण समुद्र के पानी ने पूर्वी गोदावरी जिले के काकीनाडा-उप्पडा राजमार्ग क्षतिग्रस्त कर दिया है. तूफान की आशंका को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई है. तूफान से कच्चे मकानों को सर्वाधिक नुकसान होने, पेड़ उखड़ने और बिजली व संचार लाइनों में गड़बड़ी आने की आशंका है.
तूफान की आहट से हर कोई है चौकन्ना
कई जिलों में भारी बारिश की आशंका
उत्तरी आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी, ईस्ट गोदावरी, विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों और दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. अधिकारियों ने कहा कि पांच जिलों में कुल 370 राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां 396 गांवों के प्रभावित होने की संभावना है. श्रीकाकुलम जिले में 1.85 हजार लोग 110 शिविरों में शरण लेंगे. पश्चिमी गोदावरी जिले में 86 हजार से ज्यादा लोगों को, जबकि पश्चिमी गोदावरी जिले से 72 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा.
राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) के 13 दलों को तैनात किया गया है, जबकि तीन दलों को गुंटुर जिले में रिजर्व रखा गया है.
प्रदेश के मुख्य सचिव आईवाईआर कृष्ण राव ने कहा कि केंद्र सरकार से एनडीआरएफ के आठ अतिरिक्त दलों के लिए अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि बीएसएनएल तथा अन्य दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को चक्रवात की चेतावनी देने की अपील की गई है. हैदराबाद स्थित आंध्र प्रदेश सचिवालय में 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. हेल्पलाइन नंबर 040-23456005 और 23450419 हैं.
इसरो से मांगी गई हुदहुद की ताजा तस्वीर
हालात की खुद समीक्षा कर रहे मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से उपग्रह से मिलने वाली फोटो को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, ताकि राहत व बचाव कार्य की बेहतर रूप से योजना बनाई जा सके.
नावों को तट से दूर ले जाते लोग
इसी बीच, नासा के मौसम आंकड़ों के अनुसार चक्रवाती तूफान हुदहुद विशाखापत्तनम की ओर 185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. आंकड़े बताते हैं कि विशाखापत्तनम की ओर बढ़ रहे बादलों का तापमान माइनस 53 डिग्री तक है, जिसके कारण भारी से भारी बारिश हो सकती है.
अभी से बचाव के काम में जुटी सेना
नौसेना के चार जहाज और नौसेना व भारतीय वायुसेना के 10 हेलीकॉप्टर और 54 नौकाएं भी राहत व बचाव के लिए तैयार हैं. साथ ही 689 तैराकों को भी राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है. आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापट्टनम, ईस्ट गोदावरी, वेस्ट गोदावरी में खतरा बना हुआ है. ओडिशा के गंजाम, गजपति, गोपालपुर, कन्धमाल, में भारी बारिश होने की संभावना है.