हाल ही में पेट्रोल बम हमले के बाद युवक की मौत के सिलसिले में कल अनंतनाग में बैठक की योजना से पहले हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के अध्यक्षों समेत शीर्ष अलगाववादी नेताओं को आज नजरबंद कर लिया गया. हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी, नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारक के साथ शबीर अहमद शाह, नईम खान और जफर अकबर भट को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया.
जेकेएलएफ के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक, जावेद अहमद मीर और शाहिदुल इस्लाम को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया और शहर के विभिन्न थानों में रखा गया. दक्षिण कश्मीर में अलगाववादियों की मौजूदगी से कानून व्यवस्था की समस्या होने की आशंका के चलते एहतियातन कदम उठाये गये हैं.
गिलानी ने लोगों से जाहिद रसूल भट के ‘चहरूम’ (चौथा) में भाग लेने को कहा था जिसकी 18 अक्तूबर को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गयी. वह और एक अन्य शख्स नौ अक्तूबर को उधमपुर में उनके ट्रक पर हुए पेट्रोल बम हमले में घायल हो गये थे.
घटना के सिलसिले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों पर जन सुरक्षा कानून के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. अलगाववादी संगठनों ने सरकार की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि सरकार ने बेगुनाह कश्मीरियों की हत्या के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन तक की अनुमति नहीं दी.