कश्मीर में हिंसा के पीछे एक बार फिर पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हुआ है. कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए हुर्रियत नेताओं और पाकिस्तानी हैंडलर्स के बीच हुई बातचीत को खुफिया एजेंसियों ने इंटरसेप्ट किया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, कश्मीर में बैठे अलगाववादी हुर्रियत नेता लगातार पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे. दोनों तरफ से इंटरनेट कॉल के जरिए घाटी को अशांत करने के लिए साजिश करने की बातचीत का ब्योरा सामने आया है.
घाटी में हिंसा के लिए पाकिस्तान से पहुंचा फंड
खुफिया एजेसियों की मानें तो कश्मीर को हिंसा में झोकने के लिए पाकिस्तान की ओर से बड़ी रकम अलगाववादी नेताओं तक पहुंचाई गई. ये रकम दिल्ली होते हुए अलगाववादी हुर्रियत नेताओं तक पहुंची. हुर्रियत नेताओं तक ये रकम 'आजाद फंड' के नाम से पहुंचा. खुफिया एजेंसियों ने तस्दीक की है कि करोड़ों की ये रकम पाकिस्तान से हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने हुर्रियत नेताओं को घाटी में हिंसा को जारी के लिए भेजा.
बुरहान वानी की हत्या के बाद भड़की हिंसा
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के चीफ हाफिज सईद और हिजुबल चीफ सलाहुद्दीन के नाम लगातार सामने आ रहे थे. इस खबर की भी पुष्टि हुई थी कि घाटी में हिंसा फैलाने से हाफिज सईद ने हिजुबल चीफ सलाहुद्दीन ने हाथ मिला लिया है. पिछले दिनों हिजुबल कमांडर बुरहान की हत्या के बाद हाफिज सईद और हिजबुल प्रमुख सलाहुद्दीन पूरी तरह से कश्मीर घाटी में हिंसा फैलाने के लिए साजिश जुटे हैं. यही नहीं, पाकिस्तान में एक सभा के दौरान हाफिज सईद ने जिक्र किया था कि हाल ही में उसकी बुरहान वानी से फोन पर बात हुई थी.
पत्थरबाजी पाकिस्तान की साजिश
बुरहान की हत्या के बाद पाकिस्तान में बैठे इन आतंकी संगठनों से कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए अलगाववादी हुर्रियत नेताओं को अपना मोहरा बनाया, और उनके जरिए घाटी में पिछले 2 महीने से ज्यादा वक्त से हिंसा का दौर जारी है. घाटी में पत्थरबाजी से लेकर तमाम तरह की हिंसक गतिविधियां पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित साजिश का नतीजा है. इसके लिए बकायदा आतंकी संगठन लगातार बड़ी रकम हुर्रियत नेताओं तक पहुंचा रहे हैं.
हुर्रियत नेता गिलानी राडार पर
घाटी में हिंसा की जांच में जुटी खुफिया एजेंसियों के राडार पर लगातार कई अलगाववादी नेता हैं. हुर्रियत नेताओं के पाकिस्तान से लिंक को लेकर जांच भी चल रही है. खुफिया सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान से आए फंड को लेकर सैयद अली शाह गिलानी भी खुफिया एजेंसियों के राडार पर हैं. वहीं गिलानी के बेटे नईम गिलानी भी फंड ट्रांसफर मामले में संदिग्ध हैं.