हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. पुलिस का दावा है कि क्राइम सीन रीक्रिएट करने के दौरान सभी आरोपी हथियार छीनकर भागने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस का यह भी दावा है कि आरोपियों को सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने सरेंडर नहीं किया. लिहाजा जवाबी कार्रवाई में उनको ढेर करना पड़ा. इस एनकाउंटर से डॉ. दिशा का परिवार बेहद खुश है.
आजतक से विशेष बातचीत में डॉ दिशा की बहन ने कहा कि पुलिस एनकाउंटर में चारों आरोपियों के मारे जाने से उनकी बहन डॉ. दिशा को न्याय मिल गया है. हमको एनकाउंटर की उम्मीद भी नहीं थी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डॉ. दिशा के आरोपियों को जल्द सजा मिल गई है, जिसके चलते लोग जश्न मना रहे हैं.
डॉ दिशा की बहन ने कहा कि अगर अपराधियों को जल्द सजा मिलती है, तो समाज में लोगों के अंदर अपराध को लेकर डर होता है. इससे ऐसी घटनाएं भी रुकती हैं. अगर उनका एनकाउंटर नहीं होता, तो हम कोर्ट जाते. कोर्ट में न्याय मिलने में देरी होती. हालांकि हमको यकीन था कि कोर्ट से हमको न्याय मिलता.
डॉ. दिशा के पिता ने भी चारों आरोपियों के एनकाउंटर पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी की मौत के 10 दिन के अंदर आरोपियों को मार दिया गया. मैं तेलंगाना सरकार, पुलिस और मेरे साथ खड़े लोगों को बधाई देता हूं. मेरी बच्ची की आत्मा को शांति मिल गई.’
वहीं, डॉ. दिशा के चाचा ने एनकाउंटर पर नाखुशी जाहिर करते हुए न्याय प्रणाली पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि एनकाउंटर से दिशा को न्याय मिल गया, लेकिन हम इससे खुश नहीं हैं. इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यह एनकाउंटर पुलिस की हिरासत में हुआ. मैं इस एनकाउंटर के खिलाफ हूं.