हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर केस के आरोपियों को मार गिराया गया है. इस एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे हैं. वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने हैदराबाद पुलिस के खिलाफ जांच की मांग की.
उन्होंने कहा कि, 'सभी आरोपी थे, न कि दोषी. एक ऐसी ही घटना छत्तीसगढ़ में भी हुई थी, जहां 36 लोगों को नक्सली बताकर मार दिया गया था, जबकि वे नक्सली नहीं थे. प्रकाश आंबेडकर ने इसके लिए राजनेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राजनीतिक प्रमुख गलत आदेश दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने तेलंगाना पुलिस की तारीफ की है.
ओवैसी ने दिया था सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला
वंचित बहुजन अघाड़ी से पहले एआर्ईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी एनकाउंटर को लेकर खुलकर भले ही सवाल नहीं उठाए, लेकिन दबी जुबान जांच की मांग कर डाली. ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि प्रत्येक एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए. ओवैसी और प्रकाश आंबेडकर की पार्टियां महाराष्ट्र में 2014 का विधानसभा चुनाव साथ लड़ी थीं.
क्या है पूरा मामला
डॉक्टर दिशा के साथ दरिंदगी के आरोपियों को लेकर पुलिस मौका- ए- वारदात पर पहुंची थी. मौके से आरोपियों ने पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश की. भाग रहे आरोपियों को पुलिस ने मार गिराया.
Hyderabad: Senior Police officials arrive at the site of the encounter. All four accused in the rape and murder of woman veterinarian in Telangana were killed in an encounter with the police when the accused tried to escape while being taken to the crime spot. https://t.co/TB4R8EuPyr pic.twitter.com/7fuG87MP0m
— ANI (@ANI) December 6, 2019
बता दें कि 10 दिन पहले ड्यूटी से घर लौटते समय डॉक्टर दिशा की स्कूटी पंक्चर हो गई थी. कुछ लोगों ने मदद के बहाने उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम देकर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी. इस घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश था.