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गूगल स्ट्रीट व्यू की निगाहों में कैद होने वाला देश का पहला शहर बनेगा हैदराबाद

हैदराबाद भारत का ऐसा पहला शहर बन सकता है जो पूरी तरह से गूगल स्ट्रीट व्यू की निगाहों में होगा. राज्य सरकार ने कंपनी से अपनी सेवा हैदराबाद में शुरू करने का आग्रह किया था जिसे गूगल ने मान लिया है. हाल ही में गूगल ने गृह मंत्रालय से इस बाबत अनुमति ली है.

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यह है गूगल स्ट्रीट व्यू में इस्तेमाल होने वाली गाड़ी
यह है गूगल स्ट्रीट व्यू में इस्तेमाल होने वाली गाड़ी

हैदराबाद भारत का ऐसा पहला शहर बन सकता है जो पूरी तरह से गूगल स्ट्रीट व्यू की निगाहों में होगा. राज्य सरकार ने कंपनी से अपनी सेवा हैदराबाद में शुरू करने का आग्रह किया था जिसे गूगल ने मान लिया है. हाल ही में गूगल ने गृह मंत्रालय से इस बाबत अनुमति ली है.

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राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री के राव इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने वहां गूगल के आला अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें स्ट्रीट व्यू सेवा का इस्तेमाल हैदराबाद में करने का निमंत्रण दिया था. स्ट्रीट व्यू गूगल की एक ऐसी सेवा है जिसमें किसी भी शहर का 360 डिग्री नजारा मिलता है. इसमें गूगल की एक विशेष गाड़ी शहर के हर हिस्से की तस्वीरें कैद करती रहती है. यह सेवा अमेरिका, कनाडा और कई यूरोपीय देशों में खूब इस्तेमाल की जा रही है. जहां तक भारत की बात है तो यहां इसके सीमित इस्तेमाल की ही इजाजत मिली है. गूगल ताजमहल, कुतुब मिनार जैसे दर्शनीय स्थलों पर अपनी यह सेवा देता है. इसके लिए उसने पुरातत्व विभाग से करार किया है.

गूगल भारत के शहरों में भी स्ट्रीट व्यू सेवा शुरू करना चाहता है. इस संदर्भ में वह गृह मंत्रालय से बातचीत कर रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही गूगल को इसकी इजाजत भी दे दी जाएगी. गूगल ने एक बयान जारी कर कहा है, हम हैदराबाद में स्ट्रीट व्यू सेवा शुरू करने जा रहा है. हम जल्द ही अन्य शहरों में भी यह सेवा शुरू करना चाहता हूं. गूगल इसके साथ ही मंत्री द्वारा की गई कुछ अन्य आग्रहों को मानने को तैयार है. स्ट्रीट व्यू का इस्तेमाल शहर में आवास निर्माण की निगरानी, प्रोप्रटी टैक्स की वसूली आदी चीजों पर नजर रखने में स्थानीय सरकार की मदद भी करेगा.

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गूगल के अधिकारियों से मिलने गए मंत्री ने उन्हें बताया की सरकार एक वाटर ग्रिड प्रोजेक्ट शुरू कर रही है और इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाली डक्ट लाइनों को हर घर में फाइबर ओप्टिक पहुंचाने में भी इस्तेमाल किया जाएगा. गूगल भी एक ऐसा ही प्रोजेक्ट गूगल फाइबर नाम से कर रहा है जिसे अमेरिका के 8 शहरों में इस्तेमाल किया जा रहा है. गूगल ने इस बात पर सहमती जताई है कि वह तेलंगाना मॉडल का अध्धयन करेगा और इस प्रोजेक्ट में राज्य सरकार की हर संभव मदद करेगा.

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