तेजतर्रार सन्यासिन नेता उमा भारती ने कहा है कि उत्तरप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर सत्ता की दहलीज पर पहुंचाने के लिए वह पार्टी के लिए एक ‘ब्लैंक चैक’ की तरह हैं, जिसे वह जिस तरह चाहे ‘कैश’ करा सकती है.
उमा ने आज यहां जागो हिन्द संगठन एवं किसान संघर्ष मोर्चा की एक संगोष्ठी में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘भाजपा के लिए उत्तरप्रदेश में वह एक ‘ब्लैंक चैक’ की तरह हैं, जिसे पार्टी जैसे चाहे ‘कैश’ करा ले’.
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी एवं वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से कल ही उनकी बात हुई है, वह जैसा चाहें उत्तरप्रदेश में उनका उपयोग कर सकते हैं.
पार्टी में वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल भाजपा में वापसी का उनका कोई इरादा नहीं है, मैने हाथ जोड़कर विनम्रतापूर्वक आडवाणी एवं गडकरी से कह दिया है कि अभी मैं राजनीति से दूर रहना चाहती हूं और फिलहाल मैं किसानों की लड़ाई लडूंगी.
मध्यप्रदेश में पाला और तुषार की मार से बेहाल किसानों की आत्महत्या को लेकर पूछने पर उमा ने कहा कि यहां भी हालात तेलंगाना और विदर्भ में किसानों की स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं. किसानों को आत्महत्या की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए प्रदेश की भाजपा और केन्द्र की संप्रग सरकार को राजनीति छोड़कर एकजुट प्रयास करने चाहिएं.{mospagebreak}
उन्होंने कहा कि उनकी आज ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से टेलीफोन पर इस विषय पर बात हुई है और उन्होंने उन्हें सुझाव दिया है कि किसानों की आत्महत्या के लिए संबंधित जिले के सरकारी अफसरों की जिम्मेदारी तय करना चाहिए तथा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के बयानों पर प्रतिक्रिया पूछने पर तेजतर्रार सन्यासिन नेता ने कहा कि उनके बयानों ने भारत को शर्मसार किया है. वह सुखिर्यों में बने रहने के लिए हमेशा ‘उल-जुलूल’ बयान देते रहते हैं और महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख स्वर्गीय हेमंत करकरे के मामले में तो उन्होंने शर्मनाक बयान देकर पाकिस्तान की ही मदद की है. उन्होंने कहा कि एटीएस जैसी जांच एजेंसी को लेकर दिग्विजय जैसे परिपक्व राजनेता को ऐसे सार्वजनिक बयान नहीं देने चाहिए.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की कांग्रेस की पुरानी नीति को आगे बढ़ाने के लिए सिंह ने एटीएस जैसी जांच एजेंसी को कलंकित किया है.