विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि वह संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस की वंशवादी राजनीति के विरूद्ध हैं.
भाजपा नेत्री ने महिला प्रेस क्लब में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सोनिया गांधी से अपने संबंधों के बारे में कहा, ‘कांग्रेस में वंशवादी राजनीति के विरूद्ध हमारा बयान श्रीमती गांधी के खिलाफ नहीं है. यह कांग्रेस द्वारा वंशवाद को दिए जा रहे बढ़ावे के खिलाफ है.’ उन्होंने कहा कि यह देख कर बहुत पीड़ा होती है कि जो दल स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा रहा हो वह इस तरह के वंशवाद में फंस जाए.
लोकसभा के लिए 1999 में हुए चुनाव में बेल्लारी से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने और उनके विदेशी मूल का मुद्दा उठाने से बने कटु संबंधों के बरखिलाफ इन दिनों दोनों के बीच बेहतर हुए रिश्तों के बारे में पूछे जाने पर सुषमा ने कहा, ‘सोनिया से मेरी कोई व्यक्तिगत अदावत नहीं है. लेकिन मैं अभी भी इस बात के खिलाफ हूं कि कोई विदेशी (मूल) प्रधानमंत्री बने. इसका विरोध करना मेरा राष्ट्रीय कर्तव्य था. मैं अभी भी उस रुख पर कायम हूं और इस बात का मुझे गर्व है.’
उन्होंने कहा कि हाल ही में लोकसभा में सोनिया गांधी के पास जाकर उनकी मां की सेहत के के बारे में पूछना ‘सभ्य शिष्टाचार’ का तकाजा था.