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मैंने रिपोर्ट नहीं लीक की: एम एस लिब्रहान

बाबरी विध्वंस पर अपनी रिपोर्ट के ‘‘लीक’’ होने से क्षुब्ध एम एस लिब्रहान ने इसे लीक करने से इनकार किया.

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बाबरी मस्जिद विध्वंस पर अपनी रिपोर्ट के ‘‘लीक’’ होने से क्षुब्ध एम एस लिब्रहान ने सोमवार को इसे लीक करने से इनकार किया और कहा कि वह ऐसे ‘‘चरित्रहीन’’ व्यक्ति नहीं हैं जो मीडिया को रिपोर्ट लीक कर देंगे. उन्होंने मीडियाकर्मियों को ‘दफा हो जाने‘ को भी कहा.

एक अंग्रेजी अखबार द्वारा रिपोर्ट के लीक होने पर संसद में मचे बबाल पर नाराज दिखे उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश लिब्रहान से जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या उन्होंने तो अंग्रेजी दैनिक को रिपोर्ट नहीं दी तो उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी. अपने आवास पर लिब्रहान ने कहा, ‘‘रिपोर्ट पर मैं नहीं बोलूंगा. अगर मीडिया के पास रिपोर्ट है तो जाइए और पता लगाइए कि मीडिया को यह कहां से मिली और किसने रिपोर्ट दी.’’

जब यह पूछा गया कि विपक्ष ने रिपोर्ट को ‘‘चुनिंदा तरीके से लीक’’ किये जाने का आरोप लगाया है तो लिब्रहान ने कहा, ‘‘विपक्ष को कुछ भी कहने दीजिए लेकिन इससे आपका तात्पर्य क्या है?’’ क्षुब्ध लिब्रहान ने भड़कते हुए कहा, ‘‘मेरे चरित्र को चुनौती मत दीजिए, दफा हो जाइये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा आदमी नहीं हूं जो मीडिया से संपर्क में रहूं. मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता.’’ लिब्रहान ने कहा, ‘‘मैं ऐसा चरित्रहीन आदमी नहीं हूं कि संसद में पेश होने से पहले मीडिया को रिपोर्ट सौंप दूंगा.’’

एक अखबार ने दावा किया था कि छह दिसंबर 1992 को हुए बाबरी विध्वंस की जांच करने वाले एक सदस्यीय लिब्रहान आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी को घटना में आरोपित किया है. लिब्रहान आयोग ने 17 साल का समय लिया और इस साल जून में अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपी. गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार का लोकसभा में कहा था कि लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट की केवल एक प्रति है और जो सुरक्षित है.

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