केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने जगदीश टाइटलर और नरेंद्र मोदी की तुलना कर डाली. मोइली के मुताबिक मोदी पर लगे आरोप टाइटलर पर लगे आरोपों से कहीं ज्यादा गंभीर हैं.
मोइली ने कहा, 'कांग्रेस ने कभी भी टाइटलर का बचाव नहीं किया. न्याय आने में समय लगता है. जहां तक बात 84 के दंगों की है तो दंगे पीड़ितों के साथ हमारी सहानुभूति है. इसमें शामिल लोगों का हम साथ नहीं देंगे. टाइटलर हमारी सरकार का हिस्सा नहीं हैं.'
मोइली से जब पूछा गया कि क्या गुजरात दंगों के लिए मोदी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, उनका जवाब था, 'हां बिल्कुल, मोदी ने जो किया वो जातिसंहार था. मुझे नहीं लगता कि टाइटलर पर लगे आरोप इतने गंभीर हैं जितने मोदी पर लगे आरोप हैं.'
बुधवार को 1984 सिख दंगा मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर पर दिल्ली की एक निचली अदालत ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. कड़कड़डूमा कोर्ट ने पुलबंगश दंगा मामले में टाइटलर की भूमिका की नए सिरे से जांच के आदेश सीबीआई को दिए हैं.कोर्ट ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया. क्लोजर रिपोर्ट में सीबीआई ने ये दावा किया था कि पुलबंगश में हुए दंगे में टाइटलर की मौजूदगी के पर्याप्त सबूत नहीं है. इसलिए उन पर केस नहीं बनता है.
अदालत में सीबीआई गवाहों के मुद्दे पर भी घिरी. सीबीआई पर आरोप है कि उन लोगों को गवाह बनाया गया, जिन्हें इस खौफनाक हादसे के बारे में पता भी नहीं था. जगदीश टाइटलर पर पुलबंगश इलाके में 3 सिखों की हत्या के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप है. टाइटलर ने ये दावा किया था कि दंगे के समय वो प्रधानमंत्री के आवास पर थे.