पीएम उम्मीदवारी को लेकर बीजेपी और जदयू के 17 साल पुरानी दोस्ती पर टूटने का खतरा बढ़ गया है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अपनी पार्टी को धर्मनिरेपेक्ष बताया है तो मोदी की दावेदारी को लेकर उपजे विवाद को 'संकट' करार दिया है.
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आज तक से खास बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. मेरा मानना है कि यह संकट पैदा नहीं होता तो बेहतर होता. जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है.'
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जदयू द्वारा पीएम उम्मीदवार घोषित करने के लिए दिसंबर तक की डेडलाइन दिए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी की संसदीय समिति इस मुद्दे पर विचार करेगी.
वहीं यशवंत सिन्हा द्वारा पीएम पद के लिए लालकृष्ण आडवाणी का नाम उछाले जाने के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी और जेडीयू में तलवार खिंच चुकी है. बिहार बीजेपी के नेताओं ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव रामेश्वर चौरसिया ने गोधरा कांड के वक्त नीतीश कुमार की भूमिका पर सवाल उठाया तो बीजेपी प्रवक्ता मिनाक्षी लेखी ने कहा कि नीतीश कुमार से हमें धर्मनिरपेक्षता पर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है और 2002 दंगों के वक्त वह केंद्र सरकार में मंत्री थे.
बीजेपी के इस बयान पर जदयू ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है. जदयू नेता साबिर अली ने कहा है कि नीतीश कुमार को किसी से सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. नीतीशजी को बिहार की जनता से सर्टिफिकेट मिल चुका है. उन्होंने कहा कि वाजपेयीजी की वजह से 2002 गुजरात दंगों के बाद भी नीतीश कुमार एनडीए सरकार में बने रहे थे.