विश्व प्रसिद्ध चित्रकार एम. एफ. हुसैन ने कहा है कि उन्होंने भारत से किनारा नहीं किया है बल्कि ‘कुछ तकनीकी कारणों और कलात्मक सुविधाओं’’ के चलते कतर की नागरिकता कबूल की है.
दुबई से मलयालम चैनल मनोरमा न्यूज के साथ साक्षात्कार में हुसैन ने कहा, ‘मैंने भारत से किनारा नहीं किया है. हालांकि मैं खुद को विश्व नागरिक मानता हूं, मैं कुछ तकनीकी कारणों और कलात्मक सुविधाओं के चलते कतरी नागरिकता स्वीकार कर रहा हूं.’
हुसैन को दो साल पहले केरल सरकार से राजा रवि वर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, लेकिन कानूनी अड़चनों के तहत वह इसे स्वीकार करने नहीं आ सके. उन्होंने कहा है कि यह राज्य सरकार पर है कि वह इसके रास्ते में कानूनी अड़चनें दूर करे. जब पुरस्कार पर उनकी टिप्पणी के बारे में केरल के संस्कृति मंत्री एम ए बेबी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनको पुरस्कार पेश करने की संभावनाएं ढूंढेगी.