रुचिका गिरहोत्रा के भाई आशू गिरहोत्रा ने आज चुप्पी तोड़ते हुए हरियाणा पुलिस के समक्ष एक शिकायत की, जिसमें पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की और उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की मांग की.
आशू ने पंचकूला के पुलिस अधीक्षक मनीष चौधरी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने एसपी से मुलाकात की और राठौर के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की’’ पहली बार मीडिया से बातचीत करते हुए आशू ने अपनी आपबीती सुनायी, जिसमें उसने उन्नीस साल पहले अपनी बहन के साथ छेड़छाड़ के दोषी राठौर द्वारा उत्पीड़न को सहा.
उसने कहा, ‘‘मुझे प्रताड़ित किया गया. मेरे खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज किये गये. मेरे परिवार का उत्पीड़न हुआ. मुझे मिली प्रताड़ना को देखकर मेरी बहन ने आत्महत्या कर ली.’’ आशू ने कहा कि उसे पुलिस हिरासत में थर्ड डिग्री की प्रताड़ना दी गई और राठौर उसपर निगरानी के लिए निजी तौर पर आते थे. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मेरी मांग है कि उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए.’’