जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार माधवन ने कहा कि वे अपोलो के डॉक्टरों के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें अपोलो अस्पताल के गेट पर ही रोक लिया गया था. उन्हें कभी भी जयललिता से मिलने नहीं दिया गया.
पीएच पंडियन के आरोपों पर कहा कि वे दूसरों के मत पर अपनी राय नहीं दे सकतीं. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को पहले सामने आना चाहिए था, वे ऐसे मौके पर सामने आए हैं, जब शशिकला की ताजपोशी का कार्यक्रम होने जा रहा है.
गौरतलब है कि AIADMK के वरिष्ठ नेता पीएच पांडियन ने मंगलवार को यह बयान देकर धमाका कर दिया था कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत स्वाभाविक नहीं थी. उन्होंने शशिकला के महासचिव बनने और पार्टी विधायक दल का नेता बनने पर भी सवाल उठाए हैं. जयललिता को जहर दिए जाने की भी कई नेताओं ने आशंका जाहिर की है.
दीपा जयकुमार ने शशिकला के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि यह बहुत दुखद है. लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया है. इससे तमिलनाडु में अस्थिरता हो जाएगी, लोग काफी चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि किसी मुख्यमंत्री के साथ 33 साल बिताना मुख्यमंत्री बन जाने के लिए योग्यता नहीं हो जाती.