सेक्स स्कैंडल में फसे भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच एम के कौशिक ने आज कहा कि उनके खिलाफ गहरी साजिश रची गई है और इसमें वे खिलाड़ी शामिल हैं जिन्हें टीम में जगह नहीं मिल सकी है.
कौशिक ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह गहरी साजिश है और इसमें कई लोग शामिल है. जिसे टीम में मौका नहीं मिला, उन्होंने यह तरीका अपनाया है.’’ भारतीय महिला हॉकी के सबसे कामयाब कोच और मास्को ओलंपिक 1980 की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे कौशिक ने फिलहाल टीम से खुद को अलग कर लिया है और ‘क्लीन चिट’ मिलने तक वह टीम से नहीं जुड़ेंगे.
मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेल 2002 में टीम को स्वर्ण पदक दिलाने वाले कौशिक ने कहा, ‘‘जब तक मेरा नाम इस प्रकरण से नहीं निकाला जाता, मैं कैसे मैदान पर जा सकता हूं. इन हालात में दक्षिण कोरिया जाने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता. मैं इस मानसिक स्थिति में नहीं हूं कि अपने काम को अंजाम दे सकूं.’’
भारतीय महिला हॉकी उस समय बड़े सेक्स स्कैंडल की चपेट में आ गई जब टीम के वीडियोग्राफर की एक कालगर्ल के साथ तस्वीरें सामने आई. ये तस्वीरें मार्च अप्रैल में टीम के चीन दौरे की है. उस वीडियोग्राफर को तुरंत बर्खास्त कर दिया गया है.
टीम की एक सदस्य ने कोच पर भी यौन शोषण का आरोप लगाया है. यह सदस्य हालांकि दक्षिण कोरिया में अगले सप्ताह होने वाली एशियाई चैम्पियंस ट्राफी के लिये भारतीय टीम में नहीं है. भारतीय टीम को आज ही दक्षिण कोरिया रवाना होना है ।