नरेंद्र मोदी पर फिर से 'फर्जी एनकाउंटर' का आरोप लगा है. ये आरोप लगाया है देश के वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने. वित्त मंत्री का कहना है कि मोदी तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़ कर रहे हैं.
राहुल गांधी के 'प्लान मोदी' को अमल में लाते हुए सोमवार को पी चिदंबरम ने मोदी को झूठा करार दिया और कहा कि एनडीए शासन में सबसे ज्यादा विकास के दावे पूरी तरह से गलत हैं.
पी चिंदबरम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा---
श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान देश की विकास दर 8.4 फीसदी थी. इससे ज्यादा झूठ कुछ भी नहीं हो सकता.'
वाजपेयी सरकार के 6 सालों के दौरान देश की विकास दरः
1998-99 6.7 फीसदी
1999-00 7.6 फीसदी
2000-01 4.3 फीसदी
2001-02 5.5 फीसदी
2002-03 4.0 फीसदी
2003-04 8.1 फीसदी
इन 6 सालों में औसत विकास दर 6 फीसदी थी, जबकि आखिरी पांच साल में यह 5.9 फीसदी थी और जब हम यूपीए-1 की बात करते हैं तो पहले पांच साल के कार्यकाल में औसत विकास दर 8.4 थी. यूपीए-2 के पहले चार सालों में औसत विकास दर 7.3 थी.
2000 के बाद विकास के लिहाज से सबसे खराब साल 2000-01 (4.3 फीसदी) और 2002-03 (4.0 फीसदी) था. अगर देश के विकास के लिए कोई स्वर्णिम काल रहा है तो वो सिर्फ यूपीए-1 के पांच साल के कार्यकाल हैं.
पता नहीं क्यों नरेंद्र मोदी को आंकड़ों का फर्जी एनकाउंटर करने की जरूरत पड़ रही है. क्योंकि तथ्यों को कोई नहीं बदल सकता.