ऐसा लगता है कि राजनीतिक पार्टी बनाने के मसले पर पर अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के बीच की दूरियां और बढ़ गई हैं. अन्ना हजारे ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ेंगे.
हालांकि उन्होंने अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण, सिसौदिया की पार्टी बनाने के फैसले के साथ होने की बात भी कही. अन्ना हजारे ने कहा, 'मैं योग्य उम्मीदवार का समर्थन करूंगा.'
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने सोमवार को राजनीति में शामिल होने के मुद्दे पर किया गया अपना जनसर्वेक्षण सार्वजनिक कर दिया.
अन्ना हजारे के विचारों के उलट, आईएसी ने दावा किया कि सर्वेक्षण में शामिल 76 प्रतिशत लोगों ने आंदोलन द्वारा राजनीतिक दल के गठन का समर्थन किया है.
आईएसी के अनुसार 7,37,041 में से 5,61,701 ने यानि 76 प्रतिशत लोगों ने राजनीतिक दल के गठन का समर्थन किया है. वहीं समर्थन ना करने वाले लोगों की संख्या 1,75,340 यानि 24 प्रतिशत है.
इस सर्वेक्षण के परिणाम हजारे के विचारों के विपरीत हैं. उन्होंने एक वीडियो पोस्ट में कहा था कि उन्हें लगता है कि बहुत सारे लोग राजनीतिक दल के गठन के खिलाफ हैं.
गौरतलब है कि पूर्व टीम अन्ना आंदोलन के राजनीति रंग लेने के मुद्दे पर बंट गयी थी। जहां केजरीवाल और प्रशांत भूषण एक ओर हैं वहीं किरण बेदी और दूसरे कार्यकर्ता दूसरी ओर.