एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा है कि भारतीय वायु सेना पूर्ण युद्ध की स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है. करगिल युद्ध के 20 साल पूरा होने के मौके पर एक सेमिनार को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि वायु सेना के पास अब ऐसी ताकत है कि वो वॉर की किसी भी स्थिति का सामना कर सकती है, चाहे वो फुल स्केल वॉर हो, या फिर कारगिल जैसा ऑपरेशन हो या फिर आतंकी हमले का बदला लेना हो.
बीएस धनोआ ने बताया कि करगिल युद्ध के समय बालाकोट जैसे स्ट्राइक करने की हमारी क्षमता सीमित थी, लेकिन अब हमने ऐसी क्षमता हासिल कर ली है और हम टारगेट का पता लगाकर उसे ध्वस्त कर सकते हैं. एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा, " करगिल युद्ध के समय टारगेट तय कर बॉम्बिंग करने की क्षमता मिराज-2000 लड़ाकू विमान के पास थी, लेकिन अब ये क्षमता सुखोई-30, जगुआर, मिग-29 और मिग-27 के अपडेटेड एयरक्राफ्ट में है.
बता दें कि 1999 में करगिल युद्ध के समय बीएस धनोआ 17वें स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे और वे श्रीनगर में मोर्चा संभाले थे. धनोआ ने 1999 में वायुसेना द्वारा सामना की गई दिक्कतों के बारे में बताया और कहा कि इसके बाद एयर फोर्स ने लगातार अभिनव तरीके अपनाए और अपने विमानों को अपग्रेड किया. एयर मार्शल ने बताया, "करगिल युद्ध के बाद हमने कई नये विकास कार्यक्रमों पर ध्यान दिया, इससे भारतीय वायु सेना की ताकत में इजाफा हुआ, और हम आसमान में परंपरागत और गैर परंपरागत, किसी भी तरह के खतरे का सामना करने में सक्षम हुए हैं."
इंडियन एयर फोर्स का दावा है कि अब वो दुश्मन के एयरस्पेस में हो रही उसकी हरकतों की निगरानी कर सकता है. एयर चीफ के मुताबिक सेना का संचार माध्यम पूरी तरह सुरक्षित है और इसे दुश्मन डिकोड नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि अब हम नेटवर्क आधारित युद्धक क्षमताओं से लैस हैं.
बता दें कि 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आसमान में अदभुत पराक्रम का परिचय दिया था. मिराज-2000 विमानों के जरिए एयर फोर्स के जांबाज अफसरों ने पाकिस्तानी एयरस्पेस के अंदर स्थित बालाकोट पर जैश के आतंकी ठिकानों पर हमला किया था और पूरे इलाके को ध्वस्त कर दिया था.