आईएएस अफसर जी. कन्नन के इस्तीफे के बहाने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने पोलिश कवि और लेखक टेश्वाथ मिवोश (Czesław Miłosz) की लाइन को दोहराया. 8 दिसंबर, 1980 को अपने नोबेल पुरस्कार व्याख्यान में टेश्वाथ मिवोश ने कहा था कि एक कमरे में जब लोग सर्वसम्मति से चुप्पी की साजिश को बनाए रखते हैं, तो वहां सच्चाई का एक शब्द पिस्तौल की गोली की तरह लगता है.
“In a room where people unanimously maintain a conspiracy of silence, one word of truth sounds like a pistol shot.”
― Czesław Miłosz, Polish poet & writer.
Nobel Prize lecture, 8 Dec, 1980. https://t.co/e7s141o6Rr
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 26, 2019
बता दें, जी. कन्नन ने अभी हाल में कश्मीर मसले पर अपना इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था कि मैं अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वापस चाहता हूं. 33 साल के अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने जम्मू कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंध और मौलिक अधिकारों के हनन के विरोध में इस्तीफा दिया था. केरल में 2018 में आई बाढ़ के दौरान उनके काम की सराहना हुई थी.
दादरा और नगर हवेली में बिजली और गैर-पारंपरिक ऊर्जा सचिव के रूप में तैनात केरल के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने कहा कि जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीने जाने के बाद से हफ्तों से वहां के लाखों लोगों के मौलिक अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
आईएएस अधिकारी ने 21 अगस्त को इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद गोपीनाथन ने कहा, "मैंने प्रशासनिक सेवा इसलिए ज्वॉइन की, क्योंकि मुझे लगा कि मैं उन लोगों की आवाज बन सकता हूं, जिनकी आवाज को बंद कर दिया जाता है लेकिन यहां, मैंने खुद अपनी आवाज खो दी."