केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी गोपीनाथ कन्नन ने सेवा से इस्तीफा दे दिया है. इसके पीछे केंद्र सरकार की नीतियों से नाराजगी को वजह बताया जा रहा है. गोपीनाथ विद्युत विभाग के सचिव पद पर तैनात थे. कन्नन ने 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ के दौरान राहत सामग्री अपने कंधों पर रखकर लोगों तक पहुंचाई थीं. इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद वह युवाओं के आदर्श बन गए थे.
अपने इस्तीफे को लेकर आईएएस गोपीनाथ ने कोई वजह नहीं बताई है लेकिन खबरों के अनुसार वह केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज चल रहे थे. कन्नन ने अपना इस्तीफा केंद्र शासित प्रदेश के एडमिनिस्ट्रेटर के सलाहकार के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव को भेज दिया है. वह 2012 बैच के आईएएस अधिकारी थे.
आती रही हैं प्रशासक से मतभेद की खबरें
गौरतलब है कि मौजूदा सरकार और दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल खोदा पटेल और गोपीनाथ कन्नन के बीच में बार-बार मतभेद की खबरें आती रही हैं. गोपीनाथ कन्नन तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ के दौरान राहत सामग्री अपने कंधों पर रखकर लोगों तक पहुंचाई थी. पूरे देश में उनके इस कार्य को सराहा गया था. वह युवाओं के आदर्श बन गए थे.
चुनाव आयोग से की थी बड़े अधिकारियों की शिकायत
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान गोपीनाथ कन्नन ने चुनाव आयोग से मौजूदा दादरा नगर हवेली के बड़े अधिकारियों की शिकायत की थी. तब वह सिलवासा के जिलाधिकारी पद पर तैनात थे.
उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद उन्हें हटाकर कम महत्व के विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. कन्नन ने जिलाधिकारी रहते हुए कई सराहनीय कार्य किए थे.