थप्पड़कांड से नाराज दिल्ली के नौकरशाह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की माफी की मांग पर अड़ गए हैं. आज अफसरों की बैठक में कहा गया कि जब तक मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री माफी नहीं मांगते तब तक सरकार के प्रतिनिधि से कोई बात नहीं होगी.
ज्वाइंट फोरम ऑफ आफिसर्स एंड अम्प्लाइज असोसिएशन के डीएन सिंह ने कहा कि दिल्ली के नौकरशाहों ने फैसला सुना दिया है. सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित पिटाई मामले में जब तक लिखित या सार्वजनिक माफी नहीं मांगते तब तक सरकार के मंत्रियों से कोई बात नहीं होगी.
गौरतलब है कि केजरीवाल सरकार ने अपने मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को रूठे अफसरों को मनाने का जिम्मा सौंपा था. ज्वाइंट फोरम ऑफ आफिसर्स एंड अम्प्लाइज असोसिएशन की बैठक में अफसर माफी की मांग पर अड़ गए.We want a written apology from the CM. Instead of apologizing for the incident the CM & Deputy CM are in denial. This shows they are part of the conspiracy: Pooja Joshi, IAS Joint Forum on #DelhiChiefSecretary alleged assault case pic.twitter.com/4Yuy8YyCVi
— ANI (@ANI) February 26, 2018
दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि जिद से काम नहीं चलता और जिद पर अड़ने की बजाय पारिवारिक मसला मिलकर सुलझाना चाहिए.
इस बीच थप्पड़कांड में गिरफ्तार आप विधायक प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान को तीस हजारी कोर्ट से आज भी जमानत नहीं मिल पाई. कोर्ट ने फैसला मंगलवार तक के लिए टाल दिया.
पूरे घटनाक्रम से नाराज आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मिले. आप नेताओं ने गुहार लगाई कि जिस रफ्तार से आप विधायकों की गिरफ्तारी की गई है उसी रफ्तार से उन लोगों पर भी कार्रवाई हो जिन्होंने सचिवालय में आप के मंत्रियों और नेताओं से मारपीट की, जिसके सीसीटीवी सबूत भी हैं.