छोटे सपने देखना अपराध है. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम हमेशा सपने देखने की बात करते थे. सपना देखो. सपना जरूर देखो. मगर, 'बड़ा सपना देखो'.
असल में कलाम सपने देखते थे. फिर उसे हकीकत में बदलते थे. फिर वो शायद नए सपने देखते और उसके पीछे लग जाते. ये सिलसिला आखिरी दम तक चलता रहा.
तेरे सपने, मेरे सपने
क्या सपनों पर भी हमारा कोई वश होता है? सपने दिख जाते हैं या देखने होते हैं? वे कौन लोग होते हैं जिन्हें सपने दिखते हैं? और वे जो सपने देखते हैं?
आखिर अमिताभ बच्चन ने भी तो सपने देखे होंगे. और नवाजुद्दीन सिद्दीकी ? IAS टॉपर इरा सिंघल ने भी सपने देखे होंगे. और भी न जाने कितने?
निश्चित रूप से इन सभी ने सपने देखे होंगे. क्या इन सबके सपने एक जैसे रहे होंगे? या सभी ने अलग अलग सपने देखे होंगे?
क्या कलाम भी इन्हीं की तरह सपने देखे होंगे? या कलाम के सपने बाकियों से बिलकुल अलग होते होंगे?
फिल्म गाइड में शैलेंद्र के बोल को मोहम्मद रफी आवाज देते हैं, "तेरे मेरे सपने अब एक रंग हैं..."
नवाजुद्दीन के लिए तो अमिताभ बच्चन से मिलना ही एक बड़ा सपना था. वैसे नवाजुद्दीन अकेले नहीं हैं.
बिग बी, एक सपना
क्या सपनों का भी आपस में कोई रिश्ता होता है? क्या सपने और सोच में कोई संबंध होता है?
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