जीतन राम मांझी और पप्पू यादव - ये दोनों नेता फिलहाल बिहार की राजनीति में काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं. इन दोनों ने ही अपने पितृ-संगठनों से अलग अपना अपना फोरम खड़ा कर लिया है.
खास बात ये है कि दोनों ही नेताओं की अहमियत तब ज्यादा बढ़ गई जब इन्हें अपनी अपनी पार्टियों से निकाल दिया गया. इस वक्त ये दोनों ही उन पार्टियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.
दोनों ही निकाले गए
जीतन राम मांझी बिहार में दलितों के बड़े नेता बन गए हैं. उनके दलित वोट सपोर्ट के कारण ही नीतीश कुमार ने उन्हें बिहार की सत्ता सौंपी थी. लेकिन जब मांझी को मुख्यमंत्री के तौर पर खुल कर काम करने का मौका मिला, वो नीतीश को चुनौती पेश करने लगे. बाद में जेडीयू ने मांझी को पार्टी से निकाल दिया. उसके बाद मांझी ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन किया.
मांझी की ही तरह पप्पू यादव भी आरजेडी में बड़े दावेदार बन कर उभरे.
पूरा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें या www.ichowk.in पर जाएं.
आईचौक को फेसबुक पर लाइक करें. आप ट्विटर (@iChowk_) पर भी फॉलो कर सकते हैं.