क्रेडिट, डेबिट कार्ड और के नेट बैंकिंग के दौर में आपके शॉपिंग के भुगतान के लिए एक कैरियर बिलिंग एक नए विकल्प के रूप में सामने आ रहा है.
आइडिया बनी पहली कंपनी
कैरियर बिलिंग किसी भी मोबाइल ग्राहक को ऑनलाइन डिजिटल कंटेंट खरीदने के लिए मोबाइल ऑपरेटर की दी हुई सुविधा है. इसमें डिजिटल कंटेंट खरीदने के लिए भुगतान मोबाइल कंपनी के प्रीपेड या पोस्ट पेड बिल में भी किया जा सकता है. टेलिकॉम कंपनी आईडिया सेलुलर गूगल प्ले स्टोर से खरीदारी के लिए कैरियर बिलिंग का विकल्प देने वाली पहली कंपनी बन गई है.
एप्प, गेम या सॉफ्टवेयर खरीद सकते हैं
इसके तहत कोई भी आईडिया ग्राहक गूगल प्ले स्टोर से खरीदारी अपने आइडिया अकाउंट से भुगतान करके कर सकता है. जहां प्रीपेड ग्राहक के लिए भुगतान का पैसा उसके प्रीपेड बैलेंस में से काटकर किया जाता है तो पोस्टपेड ग्राहक के लिए ये पैसा उसके मासिक बिल में जुड़कर आता है. यानि किसी क्रेडिट, डेबिट कार्ड या नेटबैंकिंग की सुविधा के बिना भी ग्राहक गूगल प्ले स्टोर से डिजिटल कंटेंट जैसे एप्प, गेम या सॉफ्टवेयर खरीद सकता है. इस सुविधा के पीछे तर्क ये है की मोबाइल फोन किसी भी कार्ड या नेट बैंकिंग से कई गुणा ज्यादा ग्राहकों के पास होता है और इसलिए भुगतान का एक मजबूत विकल्प बन सकता है.
पूरी तरह से नहीं है क्रेडिट कार्ड
लेकिन फिलहाल इस सुविधा से सॉफ्टवेयर जैसी वही सेवाएं खरीदी जा सकती हैं जिसका इस्तेमाल भी फोन पर हो सके. लेकिन यह पूरी तरह क्रेडिट कार्ड का काम नहीं करती. यानि इसका इस्तेमाल आप ऑनलाइन शॉपिंग में फिलहाल नहीं कर पाएंगे. लेकिन आइडिया के सीओओ लक्ष्मीनारायण का मानना आने वाले समय में ये मुमकिन हो सकता है, बशर्ते इसमें कोई रेगुलेटरी दिक्कतें न रहें और इसका पूरा खाका या इकोसिस्टम भी तैयार हो जाए.
फिलहाल आप वो चीजें या सेवाएं कैरियर बिलिंग के जरिए नहीं खरीद सकते जो आप फोन पर इस्तेमाल नहीं कर सकते. यानि आपके फोन अकाउंट के क्रेडिट कार्ड बनने की शुरुआत तो हो गई है लेकिन इसे आपके क्रेडिट कार्ड की जगह लेने में फिलहाल वक्त लगेगा. ये बदलाव कितनी तेजी से होगा ये ग्राहकों, सरकार और टेलिकॉम कंपनी और ऑनलाइन कंपनियों पर निर्भर करेगा.