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पुरूष से महिला बनी रेवती के सामने खड़ा पहचान का संकट

एक पुरूष के तौर पर जन्म लेकर हमेशा खुद को महिला मानने और इसके लिए लिंग परिवर्तन ऑपरेशन कराने वाली रेवती को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में पहचान के संकट से जूझना पड़ रहा है.

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एक पुरूष के तौर पर जन्म लेकर हमेशा खुद को महिला मानने और इसके लिए लिंग परिवर्तन ऑपरेशन कराने वाली रेवती को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में पहचान के संकट से जूझना पड़ रहा है.

रेवती के ड्राइविंग लाइसेंस में उसे दो नाम दिए गए हैं, लेकिन लिंग के विकल्प के तौर पर कुछ नहीं है.

रेवती की हाल ही में आत्मकथा ‘द ट्रुथ अबाउट मी (ए हिजड़ा लाइफ स्टोरी)’ जारी हुई है. इसमें रेवती ने लिखा है ‘‘मुझे अंतत: मेरा ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया. लाइसेंस में कहीं यह नहीं लिखा गया है कि मैं पुरूष हूं या महिला.’’ एक लड़के के रूप में जन्म लेने वाली रेवती लिंग परिवर्तन करा कर महिला बन गई है.

आत्मकथा के मुताबिक किन्नर होने के नाते अधिकारियों ने शुरूआत में उसका आवेदन लेने से मना कर दिया, लेकिन जब रेवती ने रिश्वत देने के लिए हामी भरी, तब कहीं जाकर उन्होंने लाइसेंस बनाया.

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अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए भी रेवती को सिर्फ हस्ताक्षर के तौर पर अपना उपनाम लिखना पड़ा. लिंग पहचान की लंबी लड़ाई के बाद अब रेवती के राशन कार्ड और पासपोर्ट में उसे महिला दिखाया गया है.है और जांच की जा रही है.

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