बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि उत्तरप्रदेश में अगर सांप्रदायिक तनाव जारी रहता है तो राज्य में अगली सरकार बीजेपी की होगी. शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इन आरोपों को खारिज किया कि देश में सांप्रदायिक झगड़ों के लिए बीजेपी जिम्मेदार है या एनडीए शासन में 600 से अधिक सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं.
शाह ने कहा कि सांप्रदायिक तनाव बढ़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस का ‘एक तरफा नजरिया’ जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव होने जा रहे हैं. वहां सांप्रदायिक तनाव क्यों नहीं है? केवल यूपी में क्यों है? अगर यूपी में साम्प्रदायिक तनाव जारी रहता है, मैं आपको बताता हूं, बीजेपी पूर्ण बहुमत से यूपी में अगली सरकार बनाएगी.’ शाह ने ये बातें एक निजी चैनल के इंटरव्यू में कही.
बीजेपी अध्यक्ष ने नरेन्द्र मोदी सरकार के मंत्रियों को लेकर मीडिया में आ रही खबरों को भी बेबुनियाद और गुमराह करने वाली बात बताते हुए कहा कि ऐसा एनडीए सरकार की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा, अगर अखबारों को लगता है कि उनकी रिपोर्ट सही है तो वे कम से कम उन मंत्रियों के नाम और खबरों का सूत्र बताएं.
शाह ने कहा कि मोदी सरकार में ‘नंबर 2’ के लिए कोई मतभेद नहीं है. शाह ने कहा, ‘राजनाथ जी नंबर 2 हैं और यह बैठने की व्यवस्था से स्पष्ट है. इसमें कोई भ्रम नहीं है.’ हाल के कुछ उप-चुनावों में बीजेपी को लगे झटके के बावजूद उन्होंने दावा किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को दो तिहाई बहुमत मिलेगा और महाराष्ट्र, झारखंड तथा जम्मू कश्मीर में भी बीजेपी की सरकारें बनेंगी.
दिल्ली में सरकार बनाना अनैतिक नहीं: शाह
दिल्ली में सरकार बनाने की कवायद शुरू होने के बीच बीजेपी द्वारा ऐसी संभावनाओं को तलाशने का बचाव करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अकेली सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते उसे राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाने का पूरा अधिकार है.
शाह ने कहा कि उनकी पार्टी को दिल्ली में केंद्र और राज्य दोनों सरकार बनाने का जनादेश मिला है और इस बात की पुष्टि दिल्ली विधानसभा और लोकसभा चुनाव के नतीजे करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसी से समर्थन तलाशने में कोई अनैतिकता नहीं है.
उधर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में कहा कि दिल्ली के उप-राज्यपाल की ओर से औपचारिक प्रस्ताव आने पर पार्टी इस बारे मे विचार करेगी. उन्होंने हालांकि सरकार बनाने के लिए बीजेपी की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात से इंकार किया.