मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के बाद विपक्षी लगातार इस पर सवाल उठा रहे हैं. शुरू में फैसले का स्वागत करने वाली कांग्रेस आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और बसपा के बाद अब इस मसले पर आक्रमक हो गई है. कांग्रेस संसद के शीतकालिन सत्र में नोटबंदी का मुद्दा उठाएगी.
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि अगर कांग्रेस सदन में मुद्दा उठाना चाहती है तो ये उसकी मर्जी है. हम उसका जवाब देंगे. कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हर कोई कालेधन को रोकना चाहता है. जितना भी देशहित में हैं हम उसके साथ हैं. लेकिन ऐसे कई गांव हैं, जहां एटीएम नहीं है, तब लोग क्या करेंगे? एटीएम में जल्द ही 2000 रुपये के नोट मिलेंगे, लेकिन वो क्या करें, जिन्हें 500 रुपये के नोट चाहिए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कालाधन की समस्या हल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले स्विस बैंक खाताधारकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और वह ईमानदार व्यापारियों का उत्पीड़न करना बंद करें.
कालेधन के खिलाफ और कार्रवाई की चेतावनी
प्रधानमंत्री मोदी ने कालाधन रखने वालों के खिलाफ और कार्रवाई की चेतावनी दी है. उन्होंने बंद किए गए नोटों को जमा कराने की 30 दिसंबर की समयसीमा समाप्त होने के बाद और कदम उठाने का संकेत देते हुए कहा कि जिन लोगों के पास बेहिसाबी धन है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही मोदी ने कहा कि ईमानदार लोगों को सरकार से घबराने की जरूरत नहीं है. विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक वर्ग इस योजना को लेकर उनके खिलाफ बोलने के लिए लोगों को उकसा रहा है.