बच्चों के डैडी को मोटा नहीं होना चाहिए. एक अध्ययन में बताया गया है कि मोटे व्यक्तियों के शुक्राणु में बदलाव आ जाता है जिससे उनके बच्चों में मधुमेह होने का खतरा बढ़ जाता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने दावा किया है कि गर्भाधान के वक्त पिता का वजन और खानपान और उनके होने वाले बच्चों में मधुमेह की आशंका के बीच सीधा संबंध होता है.
अध्ययन में पहली बार पाया कि किसी भी प्रजाति में माता पिता के अधिक वसा वाले खानपान की आदत से अगली पीढ़ी को बीमारी का खतरा होता है. अध्ययन के नतीजे ‘नेचर’ मैग्जीन में प्रकाशित हुए हैं.
अध्ययन से जुड़े प्रो. मार्गेरेट मॉरिस ने बताया, ‘अभी तक हमलोगों को जानकारी थी कि अधिक वजन वाली महिलाओं के बच्चे भी गोलमटोल होते हैं और महिलाओं का वजन उनके बच्चों को भविष्य में होने वाले रोगों में भूमिका निभा सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन अभी तक पिता के खानपान और होने वाले बच्चों पर इसके असर की पड़ताल नहीं की गई थी.’