वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि अगर माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़ लोकतंत्र के तरीके अपना लें तो उनसे बातचीत करने वाले पहले व्यक्ति वह होंगे.
नेपाल में अति वामपंथियों के साथ वार्ता की मध्यस्था करने वाले येचुरी पर माओवादियों के मसले पर दोहरे मानदंड अपनाने के ममता के आरोप पर उन्होंने कहा कि उन्होंने नेपाली माओवादियों के बारे में विचार करना तब शुरू किया जब उन्होंने हिंसा छोड़ दी और लोकतांत्रिक राह पर लौट आए.
संवाददाताओं को उन्होंने बताया, ‘इसकी तुलना नहीं की जा सकती. नेपाली माओवादियों ने हथियार त्याग दिए और लोतांत्रिक रास्ता अपनाया. इसके बाद ही मैंने उनसे बातचीत की.’ येचुरी ने कहा, ‘भारतीय माओवादियों को भी हिंसा का रास्ता छोड़ने दीजिए. इसके बिना बातचीत का कोई बिंदू नहीं. उन्हें हिंसा छोड़ने दीजिए और उनसे बातचीत करने वाला पहला आदमी मैं होउंगा.’