अटल राज के गुणगान पर कांग्रेस-बीजेपी में घमासान छिड़ गया है. वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि नरेंद्र मोदी आंकड़ों के साथ फर्जी एनकाउंटर ना करें. वहीं, उन्होंने यूपीए वन को विकास का स्वर्णिम काल बताया है. इसके जवाब में बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा का कहना है कि अगर मोदी फेंकू हैं तो पी चिदंबरम सुपरफेंकू.
दरअसल, इस जुबानी जंग की शुरुआत रविवार को नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद हुई. मोदी ने अपने भाषण में दावा किया कि जब एनडीए सत्ता से बाहर गई तो उस वक्त विकास दर 8.4 फीसदी था और एनडीए राज विकास का स्वर्णिम काल था. इसके जवाब में पी चिदंबरम ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करके मोदी के दावों को झूठा बताया.
मोदी पर हमला होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और एनडीए सरकार में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा सामने आए. उन्होंने मोदी के दावों को सही बताया और चिदंबरम पर तथ्यों के साथ आतंकवाद करने का आरोप लगाया है.
यशवंत सिन्हा ने कहा, चिदंबरम जी आवश्यक तथ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और मोदी पर आरोप लगाया है कि वो फर्जी मुठभेड़ कर रहे हैं. मेरे हिसाब से चिदंबरम आंकड़ों के साथ आतंकवाद कर रहे हैं.
वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'चिदंबरम जी इससे पहले भी वित्त मंत्री रहे हैं, 1996-98 के बीच. जब उन्होंने मंत्रालय छोड़ा था तो उस वक्त देश की विकास दर थी 4.8 फीसदी. पहले साल में यह 7.6 फीसदी थी और गिरकर 4.8 फीसदी हो गई. आज भी विकास दर 4.8 फीसदी है. पिछले कार्यकाल में भी चिदंबरम ने विकास दर गिराने का काम किया था और आज भी वही कर रहे हैं. उन्हें सबसे पहले इसका जवाब देना होगा.'
उन्होंने कहा, 'चिदंबरम साहब आंकड़ों के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं. औसत के आधार पर कह रहे हैं कि हमने बहुत बढ़िया काम किया पर आज क्या स्थिति है. जब विकास दर 8.6 फीसदी थी तब हमने सत्ता छोड़ी. आज वही दर है 4.8 फीसदी. इसकी तुलना क्यों नहीं कर रहे. इसलिए मैंने कहा है कि वो आंकड़ों से आतंकवाद कर रहे हैं.'
रोजगार और महंगाई के मामले में एनडीए की सरकार को बेहतर बताते हुए उन्होंने कहा, 'वे सिर्फ विकास दर की बात कर रहे हैं. रोजगार की बात क्यों नहीं की. हमने पांच साल कुल 6 करोड़ लोगों को रोजगार दिया. इन्होंने सिर्फ 27 लाख लोगों को नौकरी दी है. महंगाई पर क्यों चुप हैं चिदंबरम. हमारे समय में क्या स्थिति थी और आज क्या है. यह तो सबको पता है.'