आईटी कंपनी आइगेट कॉर्पोरेशन ने अपने अध्यक्ष और सीईओ फणीश मूर्ति को यौन उत्पीड़न के आरोप में बर्खास्त कर दिया. यह दूसरी बार है जब फणीश पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
आइगेट ने एक बयान में कहा है, 'बोर्ड ने बाहर के कानूनी सलाहकार की जांच और मूर्ति की एक जूनियर कर्मचारी के साथ संबंध और यौन उत्पीड़न के आरोप से जुड़े परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर यह फैसला किया.'
बयान के मुताबिक फिलहाल चल रही जांच से यह पता लगा है कि मूर्ति के इस बारे में कुछ नहीं बताने से आइगेट की नीति और मूर्ति के साथ हुए कंपनी के करार का उल्लंघन हुआ है.
इस बीच, गेरहार्ड वॉटजिंगर को आईगेट का अंतरिम प्रेसीडेंट और सीईओ नियुक्त किया गया है.
गौरतलब है कि मूर्ति को इससे पहले आईटी कंपनी इंफोसिस ने भी यौन उत्पीड़न के आरोप में कंपनी से निकाल दिया था. तब मूर्ति का कद कंपनी में काफी ऊंचा था और वह ग्लोबल सेल्स टीम के प्रमुख थे. साल 2002 में उनकी निजी सेक्रेटरी रेका मैक्सीमोविच ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें कंपनी को अलविदा कहना पड़ा. बाद में मई 2003 में 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर पर पूरा मामला रफादफा किया गया.