भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएमए) ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली’ पर केस स्टडी कर रहा है कि किस तरह से कला, व्यवसाय और तकनीक के सम्मिश्रण से काफी सफल फिल्म बनी.
आईआईएमए के पूर्व छात्र और विजिटिंग प्रोफेसर भारतन कंडास्वामी द्वारा किया जा रहा शोध संस्थान के दूसरे वर्ष के छात्रों को फिल्म व्यवसाय पर चयनित पाठ्यक्रम का हिस्सा है.
कंडास्वामी ने कहा, ‘बाहुबली काफी सफल फिल्म है जिसमें कला, व्यवसाय और तकनीक का बेजोड़ सम्मिश्रण है. कई बार फिल्में काफी क्रिएटिव और कलात्मक होती हैं लेकिन अच्छा व्यवसाय नहीं कर पातीं. कभी-कभी तकनीक का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जाता है.’
उन्होंने कहा, 'कभी-कभी कहानी बहुत अच्छी होती है लेकिन उसे ठीक से नहीं दर्शाया जाता है. और फिर, कभी-कभी, हमारे पास औसत दर्जे वाली कहानियां होती हैं जो अच्छी मार्केटिंग के कारण शुरुआत तो अच्छी करती हैं, लेकिन फिल्म की कहानी कमजोर होने के कारण टिक नहीं पाती है.'
उन्होंने कहा, 'फिल्म बाहुबली के मामले में, कला, तकनीक और व्यवसाय, तीनों का मिश्रण दिखा जिसके कारण फिल्म के साथ-साथ उसकी सिक्वल को भी शानदार सफलता मिली.'.