बेंगलुरु के चर्चित I Monetary Advisory (IMA) ज्वेल्स केस में 5 और निदेशकों को अवैध लाइसेंस हासिल करने के कारण हिरासत में लिया गया है. ये लोग IMA क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के सदस्य थे.
पांचों निदेशकों को लाइसेंस को रिन्यू कराने के लिए भ्रामक, हेरफेर और जानकारी छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. वहीं आईएमए ज्वेल्स के संस्थापक मंसूर खान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय पुलिस (इंटरपोल) ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. हालांकि पीड़ित जानना चाहते हैं कि केवल ब्लू कॉर्नर नोटिस ही जारी क्यों किया गया. लोगों ने कर्नाटक सरकार से पोंजी घोटाले में गरीबों की मदद के लिए वक्फ बोर्ड के पैसे का उपयोग करने की मांग की है.
वहीं आईएमए प्रमुख मंसूर खान का रविवार को एक वीडियो क्लिप सामने आया है जिसमें वो कथित तौर पर आत्मसमर्पण करने की पेशकश कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें डर है कि उन्हें मार दिया जाएगा. वहीं वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि वे निवेशकों को पैसा लौटाना चाहते हैं.
दरअसल, मंसूर खान पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर करोड़ों रुपए जुटाने के बाद फरार मंसूर खान का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है. कर्नाटक में इस केस को कर्नाटक पोंजी स्कैम के नाम से जाना जाता है. इस स्कैम में कथित रूप से कांग्रेस के कुछ नेता भी शामिल हैं. वहीं हाल ही में मंसूर खान ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया था, जिसमें उसने कहा कि वो राजनेताओं और अधिकारियों के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार से परेशान हो चुका है और खुदकुशी करने जा रहा है.
बता दें कि आईएमए ने अपनी स्कीम में 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न का वादा किया था, जिसके लालच में हजारों निवेशक फंस गए और करीब 25 हजार लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत की. हाल ही में पुलिस ने आईएमए जयनगर के दफ्तर में और मंसूर खान की तीसरी पत्नी के घर में छापा मारा था. जिसमें 33 करोड़ रुपये की ज्वैलरी और दस्तावेज जब्त किए थे.