मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की भारी बारिश होने की आशंका जताई है. सक्रिय मानसून के बीच उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी का अलर्ट जारी कर दिया गया है.
तारीख के मुताबिक देश के अलग-अलग हिस्सों में अलर्ट
इस चेतावनी के मुताबिक 14 जुलाई को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में
कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश और कहीं-कहीं पर भारी बारिश की आशंका है.
- 15 जुलाई को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर बहुत भारी बारिश होने की आशंका है. लिहाजा यहां पर खास सतर्कता बरतने की जरूरत है. इस दिन दिल्ली और चंडीगढ़ में भारी बारिश की आशंका है.
- 16 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है. इस दिन जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर भारी बारिश की आशंका है.
- 17 जुलाई को उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश की आशंका है. पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की आशंका के चलते मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है.
उत्तर भारत की तरफ बढ़ा मानसून का ट्रफ
मौसम विभाग, नई दिल्ली के डीडीजीएम बी पी यादव ने बताया कि दरअसल मानसून का ट्रफ मध्य भारत से हटकर उत्तर
भारत की तरफ बढ़ चला है. अगले 24 घंटों में मानसून का ट्रफ हिमालय की तलहटी में पहुंच जाएगा. इससे मानसूनी हवाओं
का उत्तर भारत में जमावड़ा बढ़ चुका है. इसी के मद्देनजर उत्तर भारत में मौसम बदलने लगा है.
हिमालयी इलाकों में भारी बारिश की आशंका
मौसम विभाग का कहना है कि 14 जुलाई से हिमालय की तलहटी वाले इलाकों खासतौर पर उत्तर प्रदेश के तराई इलाके में
भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका बढ़ जाएगी. इसी के साथ चिंता की बात ये है कि मानसून की नम हवाएं उत्तर पश्चिम
हिमालय के तमाम इलाकों में घने बादल बनाएंगी जिससे पहाड़ी इलाकों में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा.
पहाड़ों की तरफ जाने से पहले लें पूरी जानकारी
मौसम विभाग का अनुमान है कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 14 जुलाई से
कई जगहों पर झमाझम बारिश का दौर शुरू हो जाएगा. ये सिलसिला अगले पूरे हफ्ते चलेगा. झमाझम बारिश की आशंका
के चलते मौसम विभाग पूरे घटनाक्रम पर बारीक नजर रखे हुए है. लिहाजा पहाड़ों पर जाने से पहले मौसम की जानकारी लेना
कतई न भूलें.