केन्द्र में सत्तारूढ यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी ने चेतावनी के स्वर में कहा कि यदि सच्चर कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं की जाती तो उसे केन्द्र की सत्ता से जाना होगा.
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने झूलेलाल पार्क में आयोजित ‘अल्पसंख्यक जागरूकता सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि सच्चर कमेटी की स्थापना कांग्रेसनीत संप्रग सरकार ने ही की थी मगर मुस्लिमों को आरक्षण दिये जाने के बारे में उसकी सिफारिशों को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
उन्होंने आजादी के 65 साल बाद भी मुसलमानों की हालत को दलितों से भी खराब होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि या तो सच्चर कमेटी की सिफारिशें केन्द्रीय स्तर से लागू की जायेगी नहीं तो केन्द्र से कांग्रेस सरकार को हटना पड़ेगा.
सपा मुखिया ने कांग्रेस पर मुसलमानों को तालीम, हिफाजत और रोजी रोटी की बुनियादी जरूरतों तक से वंचित रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी मुस्लिम समाज और अल्पसंख्यकों की हितरक्षा के प्रति संकल्पबद्ध है. प्रदेश में सत्तारूढ उसकी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ही उर्दू जुबान और मदरसों की चिंता करती है तथा प्रदेश में सत्तारूढ सपा सरकार कब्रिस्तानों की सुरक्षा के लिए चारदीवारी बनाने, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में पढाई और शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जरूरी उपाय किये हैं.
सपा मुखिया ने आतंकवाद की आड़ में कई बार निर्दोष मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किये जाने और उन पर मुकदमे चलाये जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिन्होंने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई उन्हें आतंकवादी बताया जा रहा है.
मुलायम ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार में आतंकवाद के नाम पर ना तो किसी निर्दोष मुस्लिम युवक को फंसाया गया है और ना ही कोई बेगुनाह मुसलमान जेल में ही रहेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने बजट प्रस्ताव में मुसलमानों के हितों को पूरी तवज्जो दी है.