अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश भारत-अमेरिका के रिश्ते को आगे बढ़ता देखना चाहते हैं. जनवरी 2009 में बुश अपनी कुर्सी ओबामा को सौंप देंगे, लेकिन इससे पहले बुश ने अपने उत्तराधिकारी ओबामा को बता दिया है कि भारत को अब नजरअंदाज करना नामुमकिन है.
बुश ने वाशिंगटन टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा है कि भारत उभरता हुआ चीन है और ओबामा के सामने पहले से कहीं ज्यादा साहसी भारत है, जो अमेरिका से अपने संबंधों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है.
लेकिन साथ ही साथ अमेरिका के सामने ऐसा पाकिस्तान भी है जिसे आतंकवादियों को तह तक जाकर खत्म करने के लिए उत्साहित करना होगा. बुश ने कहा है कि मुंबई हमले के बाद अमेरिका लगातार भारत के साथ है और पाकिस्तान पर गुनहगारों को पकड़ने के साथ-साथ आतंकी शिविर नष्ट करने का दबाव बना रहा है.
इंटरव्यू में बुश ने परमाणु संधि का हवाला देते हुए कहा है कि 2005 में परमाणु दोस्ती पर रखी गई बुनियाद ने नए रिश्ते को जन्म दिया.