पंजाब की स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि राज्य में पिछले कुछ साल में लिंग अनुपात में सुधार दर्ज किया गया है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि 2001 में शून्य से छह साल आयु वर्ग में एक हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 798 थी जो अब बढ़कर 850 हो गयी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के कारण यह संभव हो सका है. जन्म से पूर्व लिंग परीक्षण पर रोक की ओर ध्यान दिया गया है.
पंजाब केमिकल एसोसिएशन के एक सम्मेलन को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सिविल अस्पतालों में 15 अगस्त से डायलिसिस सुविधा उपलब्ध होगी.