विज्ञान के क्षेत्र में कम आर्थिक सहायता पर वैज्ञानिक समुदाय के भीतर के असंतोष को जाहिर करते हुए भारत रत्न के लिए चयनित जानेमाने वैज्ञानिक सी एन आर राव ने रविवार को तल्ख लहजे में नेताओं को 'मूर्ख' करार देते हुए कहा कि उन्होंने इस क्षेत्र में ज्यादा कुछ नहीं दिया.
भारत रत्न पुरस्कारों की घोषणा के एक दिन बाद प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष राव ने अनुसंधान के लिए और अधिक संसाधन दिए जाने की जरूरत बताई. जब राव से देश में वैज्ञानिक अनुसंधान के मानकों को लेकर उनके विचारों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘सरकार की तरफ से वैज्ञानिक समुदाय को पैसा दिए जाने के लिए हमने बहुत कुछ किया है.’
राव ने नेताओं को बताया 'मूर्ख'
उन्होंने आपा खोते हुए कहा, ‘इन मूर्ख (ईडियट) नेताओं ने हमें इतना कम दिया है. इसके बावजूद हम वैज्ञानिकों ने कुछ तो किया है.’ राव ने कहा, ‘हमारा निवेश बहुत कम है, देर से मिलता है. हमें जो पैसे मिले उसके लिए हमने काम किया. हमें जितने पैसे मिल रहे हैं वो कुछ भी नहीं हैं.’
'पैसा मिलते ही विदेश जाने को तैयार हो जाते हैं ज्यादातर भारतीय'
चीन की तरक्की के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमें खुद को ही जिम्मेदार ठहराना होगा. हम भारतीय कठिन परिश्रम नहीं करते. हम चीन वालों की तरह नहीं हैं. हम बहुत आरामपसंद हैं और उतने राष्ट्रवादी नहीं हैं. अगर हमें थोड़ा ज्यादा धन मिल जाता है तो विदेश जाने को तैयार हो जाते हैं.’