आम आदमी पार्टी ने शनिवार को अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक हैं. पार्टी ने कहा कि चालीस विधायक मिलकर ये दिल्ली में सरकार बना लें.
केजरीवाल के घर में मीटिंग के बाद शनिवार को पार्टी की ओर से यह ऐलान किया गया कि वह कांग्रेस-भाजपा के खिलाफ 23 फरवरी से राष्ट्रव्यापी भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाएगी. पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हमारा संकल्प और प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि मुद्दों के आधार पर पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है. केजरीवाल के साथ पूरी पार्टी खड़ी हुई है. मुकेश अंबानी पर केस से बीजेपी और कांग्रेस एक हो गई हैं.
पार्टी के एक अन्य नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी को मिलकर सरकार बना लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों से दोनों मिलकर सरकार चला रहे हैं. आम आदमी पार्टी देश भर में झाड़ू यात्रा निकालेगी. सिसोदिया ने बताया कि हमने कई घोटालों की फाइलों को सार्वजनिक किया है, इसलिए ये सभी हमारे पीछे पड़ गए हैं. इन्होंने बताया कि 23 फरवरी को आम आदमी पार्टी हरियाणा के रोहतक में रैली करेगी.
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी पूरे देश में आम चुनाव केजरीवाल के नेतृत्व में लड़ेगी. केजरीवाल ने कल कांग्रेस और भाजपा के विरोध के चलते दिल्ली विधानसभा में जनलोकपाल विधेयक पेश करने में असफल रहने के कुछ ही देर बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस आप सरकार को बाहर से समर्थन दे रही थी जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी थी.
कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने कहा कि केजरीवाल कभी भी शासन को लेकर गंभीर नहीं थे और वह अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में नाकामी को छुपाने के लिए भागने का बहाना खोज रहे थे. भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी दिल्ली में एक वैकल्पिक सरकार बनाने की बजाय ताजा चुनाव में जाने का प्रयास करेगी क्योंकि उसके पास सरकार बनाने के लिए राज्य विधानसभा में विधायकों की जरूरी संख्या नहीं है.