देश के नेता कितने संवेदनहीन हो गए हैं. इसका एक उदाहरण सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी के नेता रशीद मसूद और राज बब्बर हैं. रशीद मसूद की मानें तो दिल्ली में मात्र 5 रुपये में भरपेट खाना मिलता है. गौर करने वाली बात है कि इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर ने यह दावा किया था कि आज भी मुंबई में पूरा भोजन 12 रुपये में करना संभव है.
दरअसल, खाने की कीमत पर कांग्रेस नेता के बयान देश में गरीबी पर योजना आयोग के ताजा आंकड़ों को सही ठहराने के लिए दिए जा रहे हैं.
गुरुवार को जब रशीद मसूद से गरीबी रेखा के मापदंड पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोग मात्र पांच रुपये में भरपेट खाना खा सकते हैं.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी इन आंकड़ों को सही ठहराया. उन्होंने कहा, 'कोई भी आदमी हर दिन राशन नहीं खरीदता. किसी भी परिवार में मासिक आधार पर ही राशन की खरीददारी होती है. हमारे ड्राइवर और नौकर की तनख्वाह चार से पांच हजार रुपये है. योजना आयोग के आंकड़े भी यही बात कह रहे हैं.'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'सच तो यह है कि बीजेपी गरीबी नहीं गरीब को हटाना चाहती है. हमारी सरकार देश में गरीबी करने में लिए उचित कदम उठा रही है.'
इससे पहले, बुधवार को बब्बर ने एआईसीसी ब्रीफिंग में सवालों के जवाब में यह बात समझाने की कोशिश करते हुए कही कि कीमतों में इजाफे के बावजूद गरीबी घटी है.
कांग्रेस प्रवक्ता से गरीबी निर्धारण करने के लिए व्यय सीमा के न्यूनतम कटआफ के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि कैसे कोई गरीब 28 रुपये या 32 रुपये के प्रति दिन खर्च पर दो वक्त का भरपेट खाना खाने में सक्षम हो सकता है.
बब्बर ने कहा, ‘लोगों को दिन में दो वक्त पूरा भोजन मिलना चाहिए. वे कैसे हासिल कर सकते हैं, यह एक बहुत अच्छा सवाल है जिसे आपने पूछा है. आज भी मुंबई शहर में मैं 12 रुपये में एक पूरा भोजन पा सकता हूं. नहीं नहीं, बड़ा पाव नहीं. ढेर सारा चावल, दाल, सांभर और कुछ सब्जियां भी मिली हैं.’
राज बब्बर के इस बयान को विपक्ष ने हास्यास्पद करार दिया है.