दिल्ली में ममता बनर्जी और उनके एक मंत्री के साथ हुई धक्कामुक्की के बाद पश्चिम बंगाल बदले की आग में दहक उठा है. कहीं तृणमूल कांग्रेस के लोग तोड़फोड़ और मारपीट कर रहे हैं, तो कहीं सीपीएम का उत्पात जारी है.
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वहीं सीपीएम के महासचिव प्रकाश करात ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को चिट्ठी लिखी है. मामला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हुई बदसलूकी पर राज्यपाल एमके नारायणन के बयान से जुड़ा है.
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राज्यपाल की सीपीएम से माफी मांगने के बयान के विरोध में प्रकाश करात ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है. उन्होंने राष्ट्रपति से पूछा है कि संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल का बयान कितना जायज है?
क्या था राज्यपाल का बयान?
दिल्ली में ममता बनर्जी और उनके एक मंत्री के साथ हुई बदसलूकी के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने भी इसे साजिश करार दिया था. राज्यपाल एम के नारायणन ने तो यहां तक कह डाला कि ममता पर हुए हमले के लिए CPM पोलित ब्यूरो को माफी मांगनी चाहिए. एम के नारायणन ने कहा कि ममता बनर्जी पर हमला लोकतांत्रिक मूल्यों पर धब्बा है.
बहरहाल, इस मसले पर सियासत और गरमाती नजर आ रही है.